BJP: भाजपा ने नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पार्टी से निकाला, कहा- किसी भी धर्म का अपमान स्वीकार नहीं

भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान से उपजे विवाद के बीच भाजपा के कंद्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि उनकी पार्टी को ऐसा कोई भी विचार स्वीकृत नहीं है, जो किसी भी धर्म या संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2022 6:12 PM

भाजपा (Bharatiya Janata Party) ने विवादित बयान से मचे बवाल को शांत करने के प्रयासों के तहत रविवार को नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पार्टी से निकाला. पार्टी ने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के पूजनीय लोगों का अपमान स्वीकार नहीं करती. पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान से उपजे विवाद के बीच भाजपा के कंद्रीय महासचिव अरुण सिंह (Bjp National General Secretary Arun Singh) ने एक बयान जारी कर कहा कि उनकी पार्टी को ऐसा कोई भी विचार स्वीकृत नहीं है, जो किसी भी धर्म या संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए. प्रवक्ता नवीन जिंदल भी कुछ समय से विवादित बयानों के चलते चर्चा में थे.


सर्व पंथ समभाव का मानती है भाजपा

पार्टी ने कहा कि भाजपा न ऐसे किसी विचार को मानती है और न ही उसे प्रोत्साहन देती है. भाजपा महासचिव की ओर से आधिकारिक तौर पर जारी किए गए इस बयान में किसी घटना या बयान का उल्लेख नहीं है. उल्लेखनीय है कि शर्मा के बयान को लेकर मुस्लिम समाज में रोष है. अरुण सिंह ने कहा, भारत की हजारों वर्षों की यात्रा में हर धर्म पुष्पित व पल्लवित हुआ है. भारतीय जनता पार्टी सर्व पंथ समभाव को मानती है. किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान भाजपा स्वीकार नहीं करती.


देश की एकता और अखंडता को सर्वोच्च प्राथमिकता

उन्होंने कहा कि देश के संविधान की भी भारत के प्रत्येक नागरिक से सभी धर्मों का सम्मान करने की अपेक्षा है. सिंह ने कहा, आजादी के 75वें वर्ष में, इस अमृत काल में एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को निरंतर मजबूत करते हुए, हमें देश की एकता, अखंडता और देश के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी है.

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क्या है पूरा मामला

भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद को लेकर बयान दिया था. इस बयान को मुस्लिम समाज विवादित मानकर विरोध करने लगे. विरोध इस कदर हुआ कि यह हिंसा में बदल गया. इसके बाद नूपुर शर्मा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने और दूसरे धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.

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