Biggest Scam Of India: भारत का सबसे बड़ा घोटाला कौन? नाम जानकर उड़ जाएगी नींद
Biggest Scam Of India: भारत के सबसे बड़े घोटाले कौन-से हैं और IRCTC होटल घोटाला उनके मुकाबले किस पायदान पर आता है? जानें 2G, कोयला ब्लॉक, PNB, CWG और चारा घोटाले के साथ IRCTC की तुलना और आर्थिक नुकसान?
Biggest Scam Of India: देश में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं, जिन्होंने सरकारों को हिला दिया, नेताओं के राजनीतिक करियर को प्रभावित किया और जनता का विश्वास तोड़ा. हाल ही में एक बार फिर चर्चा में आया है IRCTC होटल घोटाला, जिसमें पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार और साजिश के आरोप तय हुए हैं. राउज एवेन्यू कोर्ट के फैसले के बाद यह मामला सुर्खियों में है.
क्या है IRCTC होटल घोटाला?
IRCTC होटल घोटाले में आरोप है कि कुछ होटल और ठेका सौदों में नियमों का उल्लंघन किया गया और सरकारी खजाने को नुकसान पहुँचाया गया. हालांकि, इस मामले में आर्थिक नुकसान की राशि कुछ करोड़ रुपये तक ही बताई जाती है, जिससे इसे भारत के सबसे बड़े घोटालों में नहीं रखा जा सकता.
देश के सबसे बड़े घोटाले
IRCTC घोटाले की तुलना में भारत में हुए कुछ बड़े घोटाले आर्थिक और राजनीतिक दृष्टि से भारी माने जाते हैं:
2G स्पेक्ट्रम घोटाला: इसमें मोबाइल कंपनियों को स्पेक्ट्रम लाइसेंस कम कीमत पर दिए गए, जिससे सरकारी खजाने को लगभग 1.76 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाला: कोयला ब्लॉकों का उद्योगपतियों को अनुचित तरीके से आवंटन, अनुमानित नुकसान 1.86 लाख करोड़ रुपये.
कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला: दिल्ली में खेलों के आयोजन और निर्माण में भ्रष्टाचार, अनुमानित नुकसान 70,000 करोड़ रुपये.
PNB घोटाला (नीरव मोदी): बैंक से 13,000 करोड़ रुपये का फर्जी कर्ज, बैंकिंग क्षेत्र का सबसे बड़ा धोखाधड़ी मामला.
विजय माल्या बैंक लोन धोखाधड़ी: 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का लोन का दुरुपयोग.
चारा घोटाला: झारखंड में सरकारी चारे के लिए आवंटित करोड़ों रुपये का गलत इस्तेमाल, लालू प्रसाद यादव और कई नेताओं का नाम सामने आया.
IRCTC घोटाला की तुलना
आर्थिक दृष्टि से IRCTC होटल घोटाला अन्य बड़े घोटालों के मुकाबले बहुत छोटा है. इसमें सरकारी खजाने को हुए कथित नुकसान केवल कुछ करोड़ रुपये तक बताया जा रहा है. फिर भी, इस मामले में राजनीतिक और कानूनी हलचल तेज रही है, क्योंकि इसमें बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं
