पीएम मोदी ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को किया नमन, आदिवासी समुदाय की देवी की पूजा-अर्चना की
Bhagwan Birsa Munda 150th Birth Anniversary: देश भर में आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई जा रही है. इस मौके पर मनाए जा रहे जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के नर्मदा में भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर जनजातीय क्षेत्रों में संपर्क सुधारने के लिए गुजरात के 14 जनजातीय जिलों के लिए 250 बसों को हरी झंडी दिखाई.
Bhagwan Birsa Munda 150th Birth Anniversary: भगवान बिरसा मुंडा को नमन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने कहा- “काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन महाकाल, अयोध्या का राम मंदिर और केदारनाथ धाम की चर्चा अक्सर होती रहती है. पिछले 10 वर्षों में ऐसे कई धार्मिक और ऐतिहासिक धामों का विकास हुआ है. लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि 2003 में जब मैं मुख्यमंत्री के रूप में डेडियापाड़ा आया था, तो मां के चरणों में प्रार्थना करने गया था. उस समय मैंने देखा कि इसकी स्थिति एक छोटी सी झोपड़ी जैसी थी. मेरे जीवन में जितने भी पुनर्निर्माण कार्य हुए हैं, मैं गर्व से कह सकता हूं कि इन सब की शुरुआत देवमोगरा माता के मंदिर के विकास से हुई.”
2014 से पहले देश में किसी ने भगवान बिरसा मुंडा को याद नहीं किया : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आजादी की लड़ाई के ऐसे अनगिनत अध्याय हैं जो आदिवासी गौरव और आदिवासी मूल्यों से ओतप्रोत हैं. हम स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी समाज के योगदान को नहीं भूल सकते. आजादी का श्रेय चंद परिवारों को देने के चक्कर में, मेरे आदिवासी भाई-बहनों के त्याग और समर्पण को नजरअंदाज कर दिया गया. इसीलिए, 2014 से पहले देश में किसी ने भगवान बिरसा मुंडा को याद नहीं किया. हमने इसे बदला क्योंकि हमारी आने वाली पीढ़ी को भी पता होना चाहिए कि हमारे आदिवासी भाई-बहनों ने हमें आजादी दिलाने के लिए कितना बड़ा तोहफ़ा दिया.”
पीएम मोदी ने गुजरात के देवमोगरा में आदिवासी समुदाय की देवी की पूजा-अर्चना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के आदिवासी बहुल नर्मदा जिले के देवमोगरा गांव स्थित एक मंदिर में आदिवासी समुदाय की देवी पंडोरी माता की शनिवार को पूजा-अर्चना की. मोदी सुबह सूरत हवाई अड्डे पर उतरे। सूरत में मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की प्रगति की समीक्षा करने के बाद वह नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा कस्बे से लगभग 23 किलोमीटर दूर सागबारा तालुका के देवमोगरा गांव पहुंचे.
