AMU: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में खड़े फाइटर प्लेन को बेचने का ऑनलाइन विज्ञापन, कीमत देख सभी के उड़े होश

Aligarh muslim university, AMU: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(एएमयू) में जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के कैंपस में खड़े मिग लड़ाकू विमान के ढांचा को बेचने के लिए किसी ने ऑनलाइन विज्ञापन पोस्ट कर दिया. इतना ही नहीं कीमत भी बेहद दिलचस्प रखी. ऐसे में फाइटर प्लेन की बिक्री की खबर लोगों में आग की तरह फैली और शहरभर में इसी को लेकर चर्चाएं होनी लगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2020 8:26 AM

Aligarh muslim university, AMU: उत्तर पर्देश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(एएमयू) में जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के कैंपस में खड़े मिग लड़ाकू विमान के ढांचा को बेचने के लिए किसी ने ऑनलाइन विज्ञापन पोस्ट कर दिया. इतना ही नहीं कीमत भी बेहद दिलचस्प रखी. ऐसे में फाइटर प्लेन की बिक्री की खबर लोगों में आग की तरह फैली और शहरभर में इसी को लेकर चर्चाएं होनी लगी.

मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन और पुलिस के आईटी सेल को की. जानकारी के मुताबिक, ऑनलाइन विज्ञापन पोस्ट भी साइट से डिलीट कर दी गई है. बता दें कि एएमयू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के बाहर एक लड़ाकू विमान का ढांचा खड़ा है. कारगिल युद्ध के बाद प्लेन के स्क्रैप हो जाने पर इसको विश्वविद्यालय भेज दिया गया था, जिससे छात्र लड़ाकू विमान की एयरोडायनामिक्स समझ सकें.

लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने इसकी फोटो खींचकर सामान को खरीदने और बेचने वाली एक साइट पर डाल दिया. इसकी कीमत 9 करोड़ 99 लाख 99 हजार 999 रखी. यह मामला जब कुछ लोगों के संज्ञान में आया तो विश्वविद्यालय प्रशासन को जानकारी दी गई. फिलहाल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर ने मामले में जांच कर कार्रवाई की बात कही है.

एएनआई के मुताबिक, इस मामले में एएमयू के प्रॉक्टर डॉ मोहम्मद वसीम अली का कहना है कि हमें भी इस बात की जानकारी मिली है कि किसी लड़ाकू विमान की फोटो खींचकर ऑनलाइन बेचने के लिए डाल दी है. इसकी जब जानकारी की गई, तब तक पोस्ट डिलीट कर दी गई. संबंधित साइट सहित जिला प्रशासन और पुलिस के आईटी सेल को अवगत करा दिया है.

यूनिवर्सिटी ने कोई ऐसा कदम नहीं उठाया है इसको बेचने से संबंधित. लिहाजा जो सूचना है, वह गलत है. उसको सही ना माना जाए.जो भी इस तरह की शरारत का दोषी होगा उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी. इस पोस्ट को डालने में विश्वविद्यालय या इंजीनियरिंग कॉलेज की किसी भी विभाग की कोई भूमिका नहीं है.

Posted By: Utpal kant

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