यूपी में महिलाओं की सुरक्षा पर अखिलेश का BJP से सवाल, कहा- नेता कर रहे शोषण, क्या यही है रामराज्य?

अखिलेश ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का मजाक यह है कि उत्तर प्रदेश में रोज ही महिलाएं अपमानित और उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं. कई भाजपा नेताओं के भी नाम दुष्कर्म के मामले में सामने आए हैं. मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं रोज घट रही है.

By Agency | August 24, 2022 12:01 PM

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं के उत्पीड़न के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं के नाम दुष्कर्म के मामलों में सामने आए हैं. क्या यही भाजपा सरकार का रामराज्य है. यादव ने जारी एक बयान में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया.

भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप

अखिलेश ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का मजाक यह है कि उत्तर प्रदेश में रोज ही महिलाएं अपमानित और उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं. कई भाजपा नेताओं के भी नाम दुष्कर्म के मामले में सामने आए हैं. मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं रोज घट रही है. क्या भाजपा सरकार का यही रामराज्य है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा राज पूरी तरह अंधेर राज में बदल गया है. सच बात तो यह है कि भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था चौपट है. शासन-प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है. अपराधी बेखौफ हैं और जनता भय और आतंक में जीने को मजबूर है.

अखिलेश का दावा, यूपी अपराधों में पहले नंबर पर

सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि जनता को वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का इंतजार है. उन्होंने कहा कि वह अब अपने मताधिकार से भाजपा की अहंकारी सरकार को सत्ता से बेदखल करने का पक्का मन बना चुकी है. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता में आते ही कानून-व्यवस्था सुधारने के लम्बे चौड़े बयान दिए थे लेकिन हकीकत में उत्तर प्रदेश महिला उत्पीड़न एवं दुष्कर्म के अपराधों में पहले नम्बर पर है.

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विपक्षियों को झूठे मुकदमों में जेल भेज रही है BJP- अखिलेश

इससे पहले, अखिलेश यादव ने विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर भी केंद्र और राज्य सरकार पर आरोप लगाया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. उन्होंने कहा कि बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई जैसे बुनियादी सवालों का जवाब देने से बचने के मकसद से जनता का ध्‍यान हटाने के लिये विपक्षी नेताओं को चिह्नित कर झूठे मुकदमों में जेल भेजा जा रहा है, जिसे जनता अच्छे से देख और समझ रही है.

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