अफगानिस्तान से भारत पहुंचा परिवार, खुशी से छोटी बहन ने चूम लिया भाई का गाल

Afghanistan News अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद उपजे हालात के बीच वहां के नागरिकों की जान मुश्किल में पड़ गई हैं. अफगानी नागरिक किसी तरह से वहां से निकलने की जद्दोजहद कर रहे हैं. इन सबके बीच, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने का सिलसिला जारी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2021 4:08 PM

Afghanistan News अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद उपजे हालात के बीच वहां के नागरिकों की जान मुश्किल में पड़ गई हैं. अफगानी नागरिक किसी तरह से वहां से निकलने की जद्दोजहद कर रहे हैं. इन सबके बीच, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में रविवार को 168 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का C-17 विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंचा.

इस विमान में सवार 168 लोगों में से 107 भारतीय नागरिक हैं. भारत पहुंचे इन लोगों के बीच से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने सभी को अपनी ओर आकर्षित कर लिया है. तालिबान के डर से भारत आए एक परिवार की छोटी बच्ची अपने भाई को दुलार करतीं नजर आ रही हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी की गई वीडियो में भारत पहुंचा एक छोटा सा बच्चा अपनी मां की गोद में बैठा दिख रहा है और उसकी बहन उसको प्यार करती नजर आ रही है. वीडियो को देखने से यह साफ महसूस होता कि है उस छोटी बच्ची को भी मालूम है कि वे भारत आकर सुरक्षित हैं. खुशी के मारे अपने भाई को बार-बार गले लगा रही है. उसके गालों को चूम रही है.

वहीं, भारत पहुंची अफगानिस्तान की एक महिला ने बताया कि अफगानिस्तान में रहना बहुत मुश्किल हो गया था, इसलिए वह भारत आई है. अफगानी महिला ने कहा कि मैं यहां अपनी बेटी, दामाद और उसके बच्चों के साथ आई हूं और अपने घर वापस नहीं जा सकती हूं, क्योंकि तालिबान ने मेरे घर को जला दिया है. मैं भारत सरकार को धन्यवाद करती हूं.

इस विमान से भारत आने वालों में अफगानिस्तान के सिख सांसद नरेंद्र सिंह खालसा भी शामिल हैं. नरेंद्र सिंह खालसा ने युद्धग्रस्त अफगानिस्तान उन्हें और कम्युनिटी के दूसरे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत सरकार और भारतीय वायु सेना को धन्यवाद दिया है. नरेंद्र सिंह खालसा काबुल से भारत पहुंचने पर भावुक हो गए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे इस पर रोना आता है. पिछले 20 वर्षों में अफगानिस्तान में जो कुछ भी बनाया गया था वह अब खत्म हो गया है. अब वह जीरो है.

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