MCD चुनाव : 1.10 लाख से अधिक मतदाता पहली बार करेंगे मतदान

नयी दिल्ली : दिल्ली में होने जा रहे स्थानीय निकाय चुनाव में 1.10 लाख से अधिक मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा नीत तीन निगमों में 23 अप्रैल को चुनाव होगा और युवा आबादी को मतदाता वर्ग में महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दिल्ली राज्य चुनाव आयुक्त एस के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 16, 2017 11:04 AM

नयी दिल्ली : दिल्ली में होने जा रहे स्थानीय निकाय चुनाव में 1.10 लाख से अधिक मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा नीत तीन निगमों में 23 अप्रैल को चुनाव होगा और युवा आबादी को मतदाता वर्ग में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

दिल्ली राज्य चुनाव आयुक्त एस के श्रीवास्तव ने बताया ‘‘हम तय कार्यक्रम के अनुसार, चुनाव के लिए तैयारी कर रहे हैं. स्थानीय निकायों के हाल ही में किए गए परिसीमन के बाद यह पहले स्थानीय निकाय चुनाव होंगे.” उन्होंने बताया ‘‘चुनाव के लिए, 1,10,639 मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे, इनमें से 24,825 ऐसे मतदाता हैं जो अभी अभी ही 18 साल के हुए हैं. शेष की उम्र 19 या उससे अधिक है.” वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर हुई नयी परिसीमन प्रक्रिया के अनुसार, अब प्रत्येक वार्ड में अनुमानित 40,000 मतदाताओं के साथ औसतन 60,000 लोग हैं.

राज्य निर्वाचन आयोग प्रिंट, रेडियो और टीवी के जरिये जागरुकता अभियान चला रहा है ताकि लोग 272 वार्ड पार्षदों के चुनाव के लिए अपने मताधिकार का उपयोग करें. दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं और परिसीमन से पहले प्रत्येक विधानसभा सीट में चार वार्ड थे जो अब 3 से 7 हो गए हैं.

पूर्ववर्ती एकीकृत दिल्ली नगर निगम को वर्ष 2012 में तीन हिस्सों में बांट कर उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी नगर निगम बनाएगए थे. एनडीएमसी और एसडीएमसी में 104…104 वार्ड और ईडीएमसी में 64 वार्ड हैं.

श्रीवास्तव ने बताया ‘‘एमसीडी चुनाव में पहली बार ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (एनओटीए) का विकल्प उपलब्ध है. कुछ वार्ड में प्रत्याशियों की न्यूनतम संख्या तीन है तो कुछ में अधिकतम प्रत्याशी 21 से 23 हैं. ज्यादातर वार्डों में 15 प्रत्याशी हैं. एक ईवीएम की क्षमता 16 प्रत्याशियों की होती है और शेष के लिए दूसरी यूनिट लगाई जाएगी.” पिछले दस साल से एमसीडी में भाजपा सत्ता पर है. उसने अपने वर्तमान 153 पार्षदों को टिकट देने के बजाय नए चेहरे उतारे हैं.

राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में जीत से उत्साहित भाजपा यह सिलसिला बनाए रखना चाहती है वहीं कांग्रेस फिर से सिर उठाने की कोशिश कर रही है. आप का इरादा वर्ष 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली अपनी सफलता को दोहराने का है लेकिन उप चुनाव में मिली करारी पराजय का असर पार्टी के मनोबल पर पड सकता है. आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल हालांकि कह चुके हैं कि उप चुनाव के नतीजे को एमसीडी चुनाव के ट्रेलर के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.

एमसीडी चुनाव के लिए जनरेशन…1 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का उपयोग किया जा रहा है जिनके बारे में चुनाव आयोग कह चुका है कि यह ‘‘फुलप्रूफ” हैं. स्थानीय निकाय चुनावों में मतदाताओं की कुल संख्या 1,32,10,206 है जिनमें 73,15,915 पुरुष और 58,93,418 महिला मतदाता है. शेष 793 मतदाता अन्य श्रेणी के हैं.

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