सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने थामा कांग्रेस का हाथ

नयी दिल्ली : नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है. नवजोत के साथ- साथ पूर्व हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह ने भी कांग्रेस में शामिल होने का फैसला लिया है. भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा है. इससे पहले कयास लगाये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 28, 2016 6:59 PM

नयी दिल्ली : नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है. नवजोत के साथ- साथ पूर्व हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह ने भी कांग्रेस में शामिल होने का फैसला लिया है. भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा है. इससे पहले कयास लगाये जा रहे थे कि नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी आप( आम आदमी पार्टी) का दामन थामेंगे लेकिन कांग्रेस के हाथ थामने के बाद सारे कयासों पर विराम लग गया.

भाजपा से अलग होने के बाद सिद्घू ने परगट सिंह और बैंस बंधुओं के साथ शान-ए-पंजाब मोर्चा का ऐलान किया था. बैंस बंधु सिद्धू के झटका देकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. अब पत्नी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद सिद्धू के भी कांग्रेस में जाने की संभावना बढ़ गई है.

हालांकि अबतक सिद्धू ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. सिद्धू और कांग्रेस के बीच हुई डील को लेकर सूत्रों के हवाले से अलग- अलग खबरें आ रही हैं एक सूत्र की मानें तो नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब से विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है उनकी इच्छा अमृतसर से लोकसभा चुनाव लड़ने की है.
सतलुज यमुना लिंक विवाद पर कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की वजह से अमृतसर लोकसभा सीट खाली हुई है. सिद्धू पहले मुख्यमंत्री की कुरसी चाहते थे लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह के बगावती तेवर के बाद कांग्रेस ने सिद्धू को कुरसी देने से इनकार कर दिया. इसके बाद सिद्धू को लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफऱ दिया गया जिसे सिद्धू ने स्वीकार कर लिया.
गौरतलब है कि सिद्धू अमृतसर से ही बीजेपी सांसद थे लेकिन लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अरुण जेटली को उनकी जगह टिकट दे दिया. पार्टी के इस फैसले से सिद्धू नाराज हो गये और चुनाव प्रचार में भी शामिल नहीं हुए. सिद्धू की नाराजगी का खामियाजा जेटली को भी भुगतना पड़ा और वो चुनाव हार गये. पंजाब विस चुनाव नजदीक आता देख सिद्धू ने अकाली दल का खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया और अंतत: उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ दिया.

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