उत्तराखंड में भारी बारिश, कई रास्ते बंद, नदियां खतरे के निशान से ऊपर

देहरादून : उत्तराखंड के कई इलाकों में बादल फटने और पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार भारी बारिश के कारण एक बार फिर संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कई रास्तें भूस्खलन के कारण बंद हो चुके हैं. नदी के किनारे बसे घरों में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 2, 2016 3:53 PM

देहरादून : उत्तराखंड के कई इलाकों में बादल फटने और पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार भारी बारिश के कारण एक बार फिर संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कई रास्तें भूस्खलन के कारण बंद हो चुके हैं. नदी के किनारे बसे घरों में रहने वालों को अलर्ट जारी कर मकान खाली करने का आदेश दे दिया गया है.

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड में बाढ़ के हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा सबकुछ हमारे नियंत्रण में है. मैं बचाव अभियान का खुद जायजा ले रहा हूं. कंट्रोल रूम में बैठकर सारे कार्यों पर नजर रख रहा हूं. एनडीआरएफ और पुलिस टीम कई जगहों पर बचाव कार्य कर रही है

एनडीआरएफ की टीम उत्तराखंड के कई जिलों में तैनात में है और मुश्किल में फंसे लोगों को राहत पहुंचाने की कोशिश कर रही है. कल बादल फटने के कारण 32 लोगों की मौत हो गयी थी. कई लोग फंसे थे जिन्हें सुरक्षित निकाला गया . घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया. 12 में से 10 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है .
कई जगहों पर लोग फंसे हैं . गंगोत्री हाइवे भी बंद हो गया. राज्य में कई घरों को नुकसान पहुंचा है भारी बारिश में कई घर टूटकर बह गये. धारचुला इलाके में तीन और जौल जीबी में 2 पुलों के बह गये. उत्तराखंड में हुई इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा, इस आपदा में मारे गए लोगों के परिवार के लिए गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। साथ ही, जख्मी हुए लोगों के जल्द ही स्वस्थ होने की कामना करता हूं. "
अभी इन इलाकों में बारिश थमने की संभावना नहीं है. अगले 48 घंटे भारी बारिश होने का अनुमान है. राज्य के 8 जिलो में पहले ही अलर्ट जारी किया गया है. इन इलाकों में बारिश के बाद भारी नुकसान हुआ है. इन इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.

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