साऊदी राजनयिक के घर से छुड़ाई गई नेपाली लड़की ने कहा, चाकू दिखाकर किया ”गैंगरेप”

नयी दिल्ली : गुड़गांव में सऊदी अरब के एक राजनयिक पर दो नेपाली लड़कियों ने कथित रूप से दुष्‍कर्म का आरोप लगाया है. इस संबंध में उन्होंने यहां मामला भी दर्ज कराया है. लड़कियों ने आरोप लगाया है कि राजनयिक ने उन्हें पहले अगवा कर लिया और बाद में उनके साथ एक फ्लैट में दुष्‍कर्म […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 9, 2015 9:42 AM

नयी दिल्ली : गुड़गांव में सऊदी अरब के एक राजनयिक पर दो नेपाली लड़कियों ने कथित रूप से दुष्‍कर्म का आरोप लगाया है. इस संबंध में उन्होंने यहां मामला भी दर्ज कराया है. लड़कियों ने आरोप लगाया है कि राजनयिक ने उन्हें पहले अगवा कर लिया और बाद में उनके साथ एक फ्लैट में दुष्‍कर्म किया. इस संबंध में सहायक पुलिस आयुक्त ने जानकारी देते हुए कहा कि पीड़िताओं ने दुष्‍कर्म के संबंध में मामला दर्ज कराया है.

पीडिताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें पहले सऊदी अरब के जेद्दाह ले जाया गया. यहां उनसे घरेलू काम कराया गया और उनसे बलात्कार किया गया. लड़कियों ने बताया है कि कुछ समय पहले उन्हें गुड़गांव के एक फ्लैट में लाया गया जहां कई अन्य लोगों ने उनके साथ दुष्‍कर्म किया. इस फ्लैट को दिल्ली स्थित सऊदी दूतावास ने किराए पर लिया हुआ है.

बताया जा रहा है कि दोनों नेपाली लड़कियां हाल में ही आए भूकंप के बाद बेघर हो गयीं थी जिसके बाद वह काम की तलाश में यहां आयीं थीं. इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक नई घरेलू सहायिका उस फ्लैट पर गई थी. उसने इन दोनों लड़कियों के हाल को देखा और एक एनजीओ को इसकी खबर दी. इस एनजीओ ने इसकी जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद गुड़गांव पुलिस ने डीएलएफ फेज-2 में स्थित फ्लैट पर छापा मारा और लड़कियों को मुक्त कराया.

दो नेपाली महिलाओं ने आज अपनी व्यथा सुनाई जिन्हें एक सउदी राजनयिक और उसके ‘‘अतिथियों” ने गुडगांव स्थित एक फ्लैट में कथित तौर पर बंधक बना लिया और बलात्कार किया. इन महिलाओं ने कहा कि उनका यौन उत्पीडन करने वाले ये लोग उन्हें जान से मारने की धमकी भी देते थे. गुडगांव पुलिस द्वारा इन दोनों महिलाओं को बचाए जाने के बाद राजनयिक के खिलाफ बलात्कार के आरोपों में मामला दर्ज कर लिया गया. हालांकि, सउदी दूतावास के अधिकारियों ने आरोपों से इनकार किया है.

बेहतर भविष्य का प्रलोभन देकर भारत लाई गईं मां-बेटी ने आज दावा किया कि उन्हें पिछले चार महीने से उनका वेतन नहीं दिया जा रहा था और अब वे जल्द से जल्द ‘‘घर” वापस जाना चाहती हैं. पीडित मां ने अपने घाव दिखाते हुए कहा, ‘‘वे हमें कमरों में बंद रखते थे और हमें बोलने तक नहीं देते थे. वे हमें चाकू दिखाते थे और बात न मानने की स्थिति में हमें मारने की धमकी देते थे.” महिला ने कहा, ‘‘हमें बताया गया था कि वह एक अच्छा आदमी है जिसके पास एक बडा घर है. लेकिन हमें यह नहीं पता था कि वह क्या करता है. हमें घर का कामकाज करने के लिए लाया गया था. लेकिन उसने हमारे साथ भयावह चीजें कीं.” उसने कहा, ‘‘हम नेपाल वापस जाना चाहते हैं और इन लोगों को जल्द से जल्द जेल भेजा जाना चाहिए.”

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