भारत से बातचीत के पहले अलगाववादियों से पाक की वार्ता कोई नई बात नहीं : शाह

लखनउ: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि भारत के साथ बातचीत के पहले कश्मीर के अलगाववादी संगठनों से पाकिस्तान का वार्ता करना कोई नई बात नहीं है. लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने साफ कह दिया है कि पाकिस्तान या तो भारत के साथ बात कर ले या […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2014 8:44 PM

लखनउ: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि भारत के साथ बातचीत के पहले कश्मीर के अलगाववादी संगठनों से पाकिस्तान का वार्ता करना कोई नई बात नहीं है. लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने साफ कह दिया है कि पाकिस्तान या तो भारत के साथ बात कर ले या फिर अलगाववादियों के साथ.

शाह ने यहां भाजपा के प्रदेश कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 25 अगस्त को विदेश सचिव स्तर की वार्ता होने जा रही थी. लेकिन कल कश्मीर के विघटनकारी तत्वों, अलगाववादियों के साथ पाकिस्तान (भारत स्थित उच्चायुक्त) ने चर्चा की.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ऐसा पहली बार नहीं किया है. जब जब पाकिस्तान से भारत की वार्ता हुर्ह है, उसने अलगाववादियों से बातचीत की है. ‘‘मगर इस बार भाजपा की सरकार है. हमें गौरव है कि सरकार ने तत्काल फैसला किया कि पाकिस्तान की बातचीत या तो भारत के साथ हो सकती है या फिर अलगाववादियों के साथ.’ जारी

प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान सहित दक्षेस देशों के राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किये जाने का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा, ‘‘हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं लेकिन भारत के हित और सम्मान की बलि देकर नहीं. ये संदेश दुनिया भर में फैल गया है.’’ शाह ने कहा कि विश्व व्यापार संगठन :डब्ल्यूटीओ: में संप्रग सरकार एक समझौता करके आयी. अगर हम उस समझौते को आगे बढाते तो किसानों से धान उचित मूल्य पर नहीं खरीदा जा सकता था. हम डब्ल्यूटीओ की सैद्धांतिक भूमिका को तो स्वीकार करते हैं लेकिन कोई ऐसा समझौता नहीं करेंगे, जिससे किसान का अहित हो.

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