कश्मीर पर भारत की खरी-खरी, कहा- तीसरे पक्ष की भूमिका स्वीकार नहीं, हताश हैं इमरान

नयी दिल्ली : भारत ने गुरुवार को एक बार फिर स्पष्ट किया कि कश्मीर मामले पर किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है और बातचीत के लिए उपयुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, कश्मीर मामले पर हमारा रुख स्पष्ट और स्थिर है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 23, 2020 5:25 PM

नयी दिल्ली : भारत ने गुरुवार को एक बार फिर स्पष्ट किया कि कश्मीर मामले पर किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है और बातचीत के लिए उपयुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, कश्मीर मामले पर हमारा रुख स्पष्ट और स्थिर है. कश्मीर मामले पर किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा अगर पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है, तो उस आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करनी होगी.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से भारत एवं पाकिस्तान के बीच विवाद सुलझाने में मदद को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बारे में सवाल पूछा गया था. उन्होंने कहा कि कश्मीर पर हमारा रुख स्पष्ट और स्थिर है, इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है. और अगर कोई द्विपक्षीय मामला आता है तब दोनों देशों को द्विपक्षीय ढंग से सुलझाया जाना चाहिए जो शिमला समझौता और लाहौर घोषणापत्र की तहत हो. कुमार ने कहा, वार्ता के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करना पाकिस्तान का दायित्व है जो आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त हो. उन्होंने कहा कि तभी दोनों देशों के बीच कोई अर्थपूर्ण बातचीत हो सकती है.

गौरतलब है कि दावोस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वाशिंगटन कश्मीर के मुद्दे को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहा है. उन्होंने यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ मुलाकात में एक बार फिर दोनों पड़ोसी देशों के बीच विवाद को सुलझाने में मदद की बात कही थी. विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि जब भारत के साथ उनके देश के संबंध सामान्य हो जायेंगे तो तब दुनिया को पाकिस्तान की वास्तविक रणनीतिक आर्थिक संभावनाओं के बारे में पता चलेगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि यह बताता है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री किस तरह हताश हैं.

उन्होंने कहा कि एक तरह से इमरानखान ने पाकिस्तान कीखराब अर्थव्यवस्थाकेलिए भारत को जिम्मेदारठहरायाहै. उन्होंने कहा, अगर पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध के लिए गंभीर है तो उसे आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी. हमें हमेशा लगता है कि वह दुनिया को बरगलाने के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं. इस तरह के बयान से उन्हें बाज आना चाहिए. दुनिया पाकिस्तान के दोहरे रवैये को समझ चुकी है. एक तरफ वो आतंकवाद को मानते नहीं है, दूसरी तरफ ऐसे संगठनों को पनाह देते हैं जो भारत और दूसरे देशों में आतंकवाद फैलाते हैं.

Next Article

Exit mobile version