विपक्ष ने जामिया पर हुई पुलिस कार्रवाई की जांच की मांग की

नयी दिल्ली :कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों ने जामिया में हुई पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन की तस्वीर दिखायी और कहा देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. नागरिकता संशोधन बिल को लेकर पूर्वोत्तर में विरोध […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 16, 2019 2:12 PM

नयी दिल्ली :कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों ने जामिया में हुई पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन की तस्वीर दिखायी और कहा देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. नागरिकता संशोधन बिल को लेकर पूर्वोत्तर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. मैंने अपने संबोधन में भी इन राज्यों का नाम लिया था.

हम नागरिकता संशोधन बिल के साथ- साथ जामिया में हुई पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं साथ ही इस मामले की पूरी जांच की मांग करते हैं. जिस तरह से पुलिस जामिया में घूसी गलत है. टॉयलेट में कुछ लोग बेहोश पड़े थे. पुलिस कभी भी वीसी की अनुमति के बगैर कदम नहीं रख सकती. वीसी ने स्पष्ट कहा है कि हमने पुलिस को इजाजत नहीं दी. अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने अनुमति नहीं दी तो कैसे दिल्ली पुलिस अंदर गयी. कैसे लाइब्रेरी में टॉयलेट में घूसी. हम इसकी निंदा करते हैं. हम इसकी न्याययिक जांच की मांग करते हैं.
हम छात्र राजनीति से निकले हुए लोग हैं. हमारे लिए शिक्षा का महत्व रहा है. देश और दुनिया में शायद कोई विश्वविद्यालय नहीं होगा जहां छात्र अपनी मांग मंगवाने के लिए विरोध नहीं करते, आंदोलन नहीं करते. महाराष्ट्र, हैदराबाद, वाराणसी, गुलबर्गा, कर्नाटक, बेंगलुरू, अलीगढ़, केरल, दिल्ली, लखनऊ, भोपाल, बिहार, गुजरात, हिमाचल, नार्थ ईस्ट तो आप देख ही रहे हैं. पूरे देश में विरोध हो रहा है. पैलेट गन का इस्तेमाल हो रहा है.
सोमवार को जामिया प्रशासन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जामिया की वीसी नजमा अख्तर ने कहा कि यूनिवर्सिटी का बहुत नुकसान हुआ है, हमारा कॉन्फिडेंस, इमोशनल नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई कौन करेगा. जो आजकल अफवाहें फैलाई जा रही हैं, यूनिवर्सिटी इसकी निंदा करती है हमारे पास सभी फैक्ट है, किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें. जो प्रदर्शन जामिया में नहीं हुआ है, उसे भी जामिया यूनिवर्सिटी के नाम से फैलाया जा रहा है. इससे हमारी यूनिवर्सिटी की इमेज खराब हो रही है.

Next Article

Exit mobile version