दिल्ली: वायु गुणवत्ता में आंशिक सुधार लेकिन राहत नहीं, सरकार ने लिया स्कूलों को खोलने का फैसला

नयी दिल्ली: राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता में आंशिक सुधार हुआ है लेकिन फिलहाल इससे राहत नहीं मिल पायी है. दिल्ली के कई इलाकों में अब भी वायु गुणवत्ता खराब और बहुत खराब की श्रेणी में बनी हुई है. एयर क्वालिटी इंडेक्स की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक आईटीओ इलाके में आज सुबह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2019 9:01 AM

नयी दिल्ली: राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता में आंशिक सुधार हुआ है लेकिन फिलहाल इससे राहत नहीं मिल पायी है. दिल्ली के कई इलाकों में अब भी वायु गुणवत्ता खराब और बहुत खराब की श्रेणी में बनी हुई है. एयर क्वालिटी इंडेक्स की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक आईटीओ इलाके में आज सुबह वायु गुणवत्ता पीएम 10 में 215 रही जो गंभीर की श्रेणी में आती है.

दिल्ली में अधिकांश स्कूल खुले

लोधी रोड इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स में हवा में प्रदूषण की मात्रा पीएम 2.5 के तहत 188 और पीएम 10 के तहत 174 दर्ज किया गया जो कि मॉडरेट श्रेणी में है. इसका मतलब कि सुधार हुआ लेकिन अभी राहत नहीं है. इधर वायु गुणवत्ता में सुधार आते ही दिल्ली सरकार ने स्कूलों को खोलने का फैसला किया. सोमवार को दिल्ली के अधिकांश स्कूल खुले हालांकि विद्यार्थियों की संख्या थोड़ी कम रही.

दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब

बता दें कि ठंड की दस्तक के साथ ही दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब हो गयी. दिवाली के बाद हालात और भी ज्यादा खराब हो गए. प्रदूषण का स्तर इतना खतरनाक था कि राजधानी के कई इलाकों में दृश्यता लगभग शून्य हो गयी थी. दिल्ली में प्रदूषण के कारणों की पड़ताल में जो प्रमुख कारण उभर के सामने आए उनमें सड़कों पर वाहनों का दवाब, लगातार चल रहा निर्माण कार्य, उद्योग, और दिवाली के दौरान चलाए गए पटाखे सहित हरियाणा और पंजाब में किसानों द्वारा पराली जलाना प्रमुख है.

प्रदूषण को लेकर राजनीति तेज

दिल्ली की सत्ता पर काबिज केजरीवाल सरकार ने इससे निपटने के लिए निर्माण कार्यों को कुछ दिन के लिए बंद करवाने, पानी का छिड़काव करवाने और वाहनों के परिचालन में ऑड-इवन स्कीम लागू करने जैसे उपाय किए लेकिन ये सब नाकाफी साबित हुआ. दिल्ली में प्रदूषण को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है. सबसे पहले पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने दिल्ली सरकार पर प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया वहीं कांग्रेस ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने इस में भ्रष्टाचार किया है.

वहीं हाल ही में जब दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा के लिए बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में पार्लियामेंट्री कमिटी की बैठक बुलाई गयी तो सांसद गौतम गंभीर सहित कुल 25 सांसद और अधिकारी नदारद रहे.