फर्जी खबरें आतंकवाद से कहीं ज्यादा खतरनाक, रोकथाम के लिए बने कानूनः दिग्विजय सिंह

नयी दिल्लीः राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंचों पर फर्जी खबरें और आपत्तिजनक भाषा के नियमन के लिए एक कानून बनाने की मंगलवार को मांग की. सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है लेकिन इस पर सहमति बनाए जाने की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 2, 2019 1:59 PM

नयी दिल्लीः राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंचों पर फर्जी खबरें और आपत्तिजनक भाषा के नियमन के लिए एक कानून बनाने की मंगलवार को मांग की. सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है लेकिन इस पर सहमति बनाए जाने की जरूरत है अन्यथा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बाधित करने के आरोप लग सकते हैं.

शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलने की वजह से सांप्रदायिक दंगों की घटनाएं भी हुई हैं. फर्जी खबरों का नतीजा सामाजिक विभाजन के रूप में भी सामने आया है. अध्ययन बताते हैं कि फर्जी खबरें आतंकवाद से कहीं ज्यादा खतरनाक हैं. सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर झूठ और आपत्तिजनक भाषा का उपयोग भी सांप्रदायिक दंगों तथा सामाजिक विभाजन की वजह बनता है.

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें डालने वालों को कई बड़े-बड़े लोग फॉलो करते हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मांग की कि एक समग्र कानून बनाया जाना चाहिए ताकि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक भाषा, फर्जी खबरों तथा इनकी वजह से होने वाले सांप्रदायिक वैमनस्य पर रोक लगाई जा सके.

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