पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे राहुल, सोनिया

नयी दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी शामिल होंगी. इसके अलावा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद भी मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्‍सा लेंगे. जबकि छत्तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मैं पीएम मोदी को बधाई देना चाहता हूं. पूर्व […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 29, 2019 7:27 PM

नयी दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी शामिल होंगी. इसके अलावा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद भी मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्‍सा लेंगे. जबकि छत्तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मैं पीएम मोदी को बधाई देना चाहता हूं. पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण से मैं उनके शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जा सकूंगा. मैंने उनसे बाद में मिलने के लिए पीएमओ से समय मांगा है.

पुडुचेरी के सीएम वी नारायणसामी ने कहा, मुझे पीएम के शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण मिला है. मैं इसमें भाग लूंगा. अगर पुदुचेरी को आगे ले जाना है तो हमें केंद्र सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रखने की आवश्यकता है. यह इसका पहला कदम है.

इधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बृहस्पतिवार को मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंने का फैसला लिया है. बनर्जी ने इसके साथ ही भाजपा के इस दावे को भी खारिज किया कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस द्वारा की गई हिंसा में भाजपा के कई कार्यकर्ता मारे गए.

बनर्जी ने कहा कि कि वे समारोह में शामिल नहीं होंगी क्योंकि लोकतंत्र का जश्न मनाने के अवसर का राजनीतिक नंबर बनाने के लिए अवमूल्यन नहीं किया जाना चाहिए.

बनर्जी ने एक ट्वीट में लिखा, बधाई, नये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी. मेरी योजना संवैधानिक निमंत्रण को स्वीकार करने और शपथग्रहण समारोह में शामिल होने की थी. लेकिन पिछले एक घंटे से मैं मीडिया में ऐसे खबरें देख रही हूं कि भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा में लोगों की हत्या हुई है.

उन्होंने कहा, यह पूरी से गलत है. बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है. ये मौतें निजी शत्रुता, पारिवारिक झगड़ों और अन्य विवादों के चलते हुई होंगी, इनका राजनीति से कोई संबंध नहीं है. हमारे पास ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है. बनर्जी ने कहा कि इसलिए वे समारोह में शामिल नहीं होने के लिए मजबूर हुई हैं. उन्होंने कहा, यह समारोह लोकतंत्र का जश्न मनाने का एक विशेष अवसर है.

Next Article

Exit mobile version