OMG! पाकिस्तान सीमा पर सचिन तेंडुलकर, पोखरण में गरजे 140 लड़ाकू जेट, वायुसेना प्रमुख जवाब देने के लिए तैयार

पोखरण (राजस्थान) : पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद द्वारा किये गये पुलवामा हमले का जबाव देने के विकल्पों पर भारत के सैन्य प्रतिष्ठान द्वारा विचार किये जाने के बीच वायुसेना प्रमुख मार्शल बीएस धनोआ ने शनिवार को कहा कि वायुसेना देश के राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सौंपी जिम्मेदारी के हिसाब से ‘उपयुक्त जवाब’ देने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2019 10:56 AM

पोखरण (राजस्थान) : पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद द्वारा किये गये पुलवामा हमले का जबाव देने के विकल्पों पर भारत के सैन्य प्रतिष्ठान द्वारा विचार किये जाने के बीच वायुसेना प्रमुख मार्शल बीएस धनोआ ने शनिवार को कहा कि वायुसेना देश के राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सौंपी जिम्मेदारी के हिसाब से ‘उपयुक्त जवाब’ देने के लिए सदैव तैयार है.

उन्होंने यहां रात-दिन के विशाल सैन्य अभ्यास ‘वायुशक्ति’ के उद्घाटन पर अपने संबोधन में पाकिस्तान या पुलवामा हमले का जिक्र तो नहीं किया, लेकिन यह स्पष्ट था कि उनका इशारा पाकिस्तान के समर्थन से चल रहे सीमापार आतंकवाद की ओर था.

उन्होंने सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और विभिन्न देशों के रक्षा अधिकारियों की उपस्थिति में कहा, ‘राजनीतिक नेतृत्व हमें जो भी जिम्मेदारी देता है, उस हिसाब से वायुसेना उपयुक्त जवाब देने के लिए सदैव तैयार है, और हम उसके अभियानों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए हमेशा आगे रहेंगे.’

वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘मैं राष्ट्र को उसकी सुरक्षा चुनौतियों को पूरा करने और उसकी संप्रभुता की रक्षा करने में वायुसेना की समर्थता और कटिबद्धता को लेकर आश्वास्त करना चाहता हूं.’ पुलवामा हमले के दो दिन बाद पाकिस्तान सीमा के समीप अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए वायुसेना ने करीब 140 लड़ाकू जेटों, जंगी हेलीकॉप्टरों और विभिन्न तरह की मिसाइलों का इस्तेमाल किया.

वायुसेना के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि वैसे तो वायुशक्ति अभ्यास की योजना बहुत पहले बनी थी, लेकिन यह अभ्यास लक्ष्यों को बिल्कुल सटीकता से भेदने की वायुसेना की क्षमता का प्रदर्शन है. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये.

बदला लेने की प्रधानमंत्री ने सेना को दी है पूरी छूट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा बलों को इस हमले का बदला लेने के लिए पूरी छूट दी गयी है. भारत ने यह भी कहा है कि वह पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूर्ण रूप से अलग-थलग करना सुनिश्चित करेगी.

वायुसेना ने अपनी क्षमता का किया प्रदर्शन

वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान की ओर स्पष्ट रूप से इशारा करते हुए कहा, ‘वैसे तो बहुत कम लड़ाइयां लड़ी जाती हैं और वह भी काफी समय के बाद, लेकिन हमारे समक्ष सदैव एक गैर परंपरागत खतरा है, क्योंकि दुश्मन को भी मालूम है कि वह पारंपरिक लड़ाई में हमें हरा नहीं सकता.’ मार्शल धनोआ ने कहा, ‘अतएव, आज हम दंडित करने, प्रतिकूल क्षेत्रों में सैनिकों को उतारने और वहां से उन्हें बाहर निकाल लेने में अपनी क्षमता दर्शा रहे हैं.’

वायुशक्ति अभ्यास के दौरान वायुसेना ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस, उन्नत हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर जैसे देशी जंगी वायुयानों की मारक क्षमता एवं सतह से हवा में मार करने वाली आकाश एवं हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल की प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया.

वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘हम कठोर प्रहार करने, तीव्र प्रहार करने , सटीक प्रहार करने, दिन में प्रहार करने, रात में प्रहार करने और प्रतिकूल मौसम स्थितियों में प्रहार करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं.’ लड़ाकू जेट और हेलीकॉप्टरों ने दिन और रात के दौरान अपने लक्ष्यों को भेदा. ऐसा पहली बार है कि उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर एवं आकाश को सैन्य अभ्यास में लगाया गया.

मिग से लेकर सुखोई तक ने किया अभ्यास

वायुसेना ने अभ्यास के दौरान हवा से जमीन की भूमिका में उन्नत मिग 29 लड़ाकू जेट को भी तैनात किया. सुखोई 30, मिराज 2000, जगुआर, मिग 21 बिसन, मिग 27, मिग 29, आईएल 78, हरकुलस, एएन 32 विमानों समेत 137 विमानों ने इस अभ्यास में हिस्सा लिया. इससे पहले एयरचीफ मार्शल धनोआ सी130 जे हरक्यूलस विमान से सीधे पोखरण पहुंचे. इस मौके पर वायुसेना के मानद ग्रुप कैप्टन महान क्रिक्रेटर सचिन तेंडुलकर भी मौजूद थे.

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