अमृतसर में रावण दहन के दौरान बड़ा हादसा, 52 की मौत 72 घायल

अमृतसर : पंजाब में अमृतसर के निकट शुक्रवार शाम रावण दहन देखने के लिए रेल की पटरी पर खड़े लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई जबकि 72 अन्य घायल हो गए. ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2018 8:08 PM

अमृतसर : पंजाब में अमृतसर के निकट शुक्रवार शाम रावण दहन देखने के लिए रेल की पटरी पर खड़े लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई जबकि 72 अन्य घायल हो गए. ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह हादसा हुआ. मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे .

अमृतसर के प्रथम उपमंडलीय मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा ने बताया कि 52 शवों को बरामद किया गया है और कम से कम 72 घायलों को एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. उन्होंने बताया कि उसी वक्त दो विपरीत दिशाओं से एक साथ दो ट्रेनें आई और लोगों को बचने का बहुत कम समय मिला. उन्होंने बताया कि एक ट्रेन की चपेट में कई लोग आ गए.

#Punjab: Police says, "There are more than 50 casualties. We are evacuating people, injured taken to the hospital", on accident in which several are feared dead in Choura Bazar near Amritsar pic.twitter.com/ITMeckyIN4

इस घटना के बाद से ही मौके पर चीख पुकार मच गई, बदहवास लोग अपने करीबियों को तलाशने लगे. क्षत-विक्षत शव घटना के घंटों बाद भी घटनास्थल पर ही पड़े थे क्योंकि नाराज लोग प्रशासन को शव हटाने नहीं दे रहे थे. कई शवों की पहचान भी नहीं हो सकी. जमीन पर क्षत-विक्षत शव पड़े हुए थे. लोगों ने स्थानीय विधायक नवजोत कौर सिद्धु के खिलाफ नारेबाजी की जो रावण दहन कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर वहां मौजूद थीं. इस घटना के बाद परेशान लोगों ने अपने दिल दहलाने वाले अनुभव साझा किये. एक गमगीन महिला ने कहा, ‘‘मैंने अपना नाबालिग बेटा खो दिया. मुझे मेरा बेटा लौटा दो .’

एक स्थानीय शख्स ने कहा, ‘‘कई बार हमनें अधिकारियों और स्थानीय नेताओं से कहा कि इस मुद्दे को रेलवे के साथ उठाएं कि दशहरे के दौरान फाटक के पास ट्रेनों की गति को कम रखा जाए, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी.’ एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि पटाखों के शोर की वजह से लोगों को आ रही ट्रेन की आवाज नहीं सुन सकी. इस घटना के बाद देश भर में शोक की लहर फैल गई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है. मोदी ने अधिकारियों को तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश दिये हैं. मोदी ने ट्वीट में कहा, “अमृतसर में ट्रेन हादसे से बेहद दुखी हूं. यह दुख भरी घटना दिल दहलाने वाली है.’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने परिजन को खोया है और मैं घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. जरूरतमंद लोगों को तत्काल सहायता पहुंचाने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है.’ कोविंद ने कहा, “ पंजाब के अमृतसर में रेल की पटरी पर हुए हादसे की खबर सुनकर दुखी हूं. मैं समझता हूं कि भारतीय रेलवे और स्थानीय अधिकारी प्रभावित लोगों को मदद पहुंचा रहे होंगे.’ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को अमृतसर ट्रेन दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए पांच लाख रूपये मुआवजे की घोषणा की और कहा कि वह राहत एवं बचाव अभियान के व्यक्तिगत निरीक्षण के लिए मौके पर जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है. रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी और उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेष चौबे मौके पर जा रहे हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल फिलहाल अमेरिका में हैं और वह अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर वापस लौट रहे हैं. गोयल ने अमेरिका से ट्वीट किया, ‘‘अमृतसर में हुए भयंकर ट्रेन हादसे की घटना से हैरान और दुखी हूं. पीड़ितों के परिवारों के लिए मेरी संवेदनाएं हैं. मैं घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं. रेलवे ने तुरंत राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है

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