कांग्रेस ने कहा – संघ का प्रमाणपत्र नहीं चाहिए, भागवत के बयान से मोदी-शाह चिंतित हों

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा आजादी की लड़ाई में कांग्रेस के योगदान की तारीफ किये जाने पर मुख्य विपक्षी पार्टी ने मंगलवार को कहा कि उसे ‘विभाजनकारी और नफरत फैलानेवाले’ संगठन से प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 18, 2018 9:17 PM

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा आजादी की लड़ाई में कांग्रेस के योगदान की तारीफ किये जाने पर मुख्य विपक्षी पार्टी ने मंगलवार को कहा कि उसे ‘विभाजनकारी और नफरत फैलानेवाले’ संगठन से प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि भागवत के बयान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को चिंतित नहीं होना चाहिए क्योंकि ऐसा लगता है कि इस जोड़ी के ‘विध्वंसक रवैये’ से आरएसएस भी असहमत है. सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, मैंने इस बारे में (भागवत के बयान) अखबारों में पढ़ा है. अगर इससे किसी को चिंतित होना चाहिए तो वह मोदीजी और अमित शाह की जोड़ी को होना चाहिए. ऐसा लगता है कि अब भाजपा का मातृ संगठन मोदी-शाह जोड़ी के विध्वंसक रवैये से पूरी तरह असहमत है.

उन्होंने कहा, संपूर्ण भारत को पता है कि भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई और देश की एकता एवं अखंडता के लिए कांग्रेस ने क्या बलिदान दिये हैं. महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सरदार बेअंत सिंह, विद्याचरण शुक्ल और नंद कुमार पटेल तथा अन्य हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देश के लिए बलिदान दिया. सुरजेवाला ने कहा, विभाजनकारी और नफरत पैदा करनेवाले संगठन से कांग्रेस को किसी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है. गौरतलब है कि आरएसएस के कार्यक्रम में सोमवार को भागवत ने यह कहकर सभी को चौंका दिया था कि कांग्रेस का आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान है और उसने देश को कई महान हस्तियां दी हैं.

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