सीमा से रोहिंग्याओं की घुसपैठ रोकने में बीएसएफ कामयाब : महानिदेशक

इंदौर : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को कहा कि बल ने बांग्लादेश में लाखों की तादाद में जमा रोहिंग्याओं के जत्थों को घुसपैठ के जरिए भारत में अवैध तौर पर दाखिल होने से रोका है और पड़ोसी मुल्क भी शरणार्थियों के इस अंतरराष्ट्रीय मसले से अच्छी तरह से निपट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 15, 2018 6:34 PM

इंदौर : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को कहा कि बल ने बांग्लादेश में लाखों की तादाद में जमा रोहिंग्याओं के जत्थों को घुसपैठ के जरिए भारत में अवैध तौर पर दाखिल होने से रोका है और पड़ोसी मुल्क भी शरणार्थियों के इस अंतरराष्ट्रीय मसले से अच्छी तरह से निपट रहा है.

बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) के के शर्मा ने यहां बल के केंद्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय (सीएसडब्ल्यूटी) में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘जैसा कि आपकी जानकारी में होगा कि आठ से 10 लाख रोहिंग्या (म्‍यांमार से भागकर) बांग्लादेश आ चुके हैं. हमने रोहिंग्याओं के इन जत्थों को भारत में अवैध प्रवेश से सफलतापूर्वक रोका हुआ है.’

उन्होंने रोहिंग्या मसले में बांग्लादेश के रुख की सराहना करते हुए कहा, ‘बांग्लादेश इस समस्या से बहुत अच्छी तरह निपट रहा है. बांग्लादेश ने सभी रोहिंग्या शरणार्थियों को एक द्वीप पर रखा है और वहां उनकी पूरी मदद की जा रही है. इस मामले में भारत सरकार की ओर से भी बांग्लादेश को अच्छे पैमाने पर सहायता प्रदान की जा रही है.’

करीब 4,100 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा की निगहबानी करने वाले बल के प्रमुख ने कहा, ‘वे (बांग्लादेश) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोशिश कर रहे हैं कि म्यांमा सरकार पर थोड़ा दबाव डाला जाये, ताकि वह अपने लोगों (रोहिंग्याओं) को वापस ले ले.’ शर्मा ने एक सवाल पर अपने उस हालिया बयान के बारे में प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया जिसमें उन्होंने भारत के अलग-अलग प्रांतों में पहले से मौजूद रोहिंग्या मुसलमानों को शरण देने के संदर्भ में पश्चिम बंगाल के रुख को कथित रूप से ‘थोड़ा दोस्ताना’ बताया था.

इस महीने के आखिर में रिटायर होने जा रहे बीएसएफ प्रमुख ने इस प्रश्न पर कहा, ‘मैं कुछ टिप्पणी कर वह विवाद दोबारा शुरू नहीं करना चाहूंगा.’ शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान में पिछले दिनों आम चुनावों के कारण सीमा पर हालांकि थोड़ी शांति बनी रही. लेकिन अब भारत-पाक सरहद के उस पार से संघर्ष विराम के उल्लंघन और आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की कोशिश के मामले फिर से सामने आने लगे हैं. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान हमारा ऐसा पड़ोसी है जिसके लिए हमें सरहद पर हमेशा सजग व सचेत रहना होगा तथा जरूरी कदम उठाने होंगे.’

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