अलवर मॉब लिंचिंग : रकबर के भाई ने कहा, हमें पुलिस पर संदेह नहीं लेकिन हत्यारों को सजा मिले

अलवर मॉब लिंचिंग में मारे गये रकबर खान के भाई इलियास खाननेआज कहा कि हम पुलिस पर कोई संदेह नहीं कर रहे हैं, पर हम न्यायचाहते हैं. हमउन्हें सजा चाहते हैंजिन्होंने उसे मारा. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अलवर मॉब लिंचिंग के बाद एक न्यूज चैनल द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में कहा है कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 23, 2018 11:13 AM



अलवर मॉब लिंचिंग में मारे गये रकबर खान के भाई इलियास खाननेआज कहा कि हम पुलिस पर कोई संदेह नहीं कर रहे हैं, पर हम न्यायचाहते हैं. हमउन्हें सजा चाहते हैंजिन्होंने उसे मारा.


गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अलवर मॉब लिंचिंग के बाद एक न्यूज चैनल द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में कहा है कि केंद्र जल्द इस मामले में एक बैठक कर निर्णय लेगा. उल्लेखनीय है कि कल ही मीडिया में यह खबर आयी थी कि सरकार मॉब लिंचिंग पर नियंत्रण के लिए आइपीसी की धारा में बदलाव कर सकती है.

नयी दिल्ली/जयपुर : राजस्थान के अलवर में रकबर मॉब लिंचिंग मामले मेंराज्य के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने आज यह स्वीकार किया कि पीड़ित को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने में पुलिस ने देरी की थी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में आयी मीडिया रिपोर्टों की हमने जांच करवायी और ऐसे आरोप को सही पाया. गृहमंत्री कटारिया ने कहा कि इसमामले में जिम्मेवार लोगों के खिलाफ हम उचित कार्रवाई करेंगे. वहीं, इस मामले में एमआइएमनेता व सांसद असुदुद्दीन ओवैसीने कहा है कि राजस्थान पुलिस की कार्रवाई मेरे लिए आश्चर्य की बात नहीं है. उन्होंने ऐसा हीटिलू खान मर्डर केस में भी किया था. उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिसगाय विजिलेंस को सपोर्ट करती है.

उधर,इस मामले में राजस्थान सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना की अर्जी दाखिल की गयी है. यह अर्जीतहसीन पूनावाला ने दाखिल की है. उन्होंने अपनी अर्जी में कहा है कि कोर्ट केदिशा-निर्देशों की अवहेलना के चलते यह घटना घटी. 20 अगस्त को मुख्य मामले के साथ इसकी सुनवाई होगी. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में गाइडलाइन दी थी और केंद्र व राज्यों को कानून बनाने को कहा था.

एक और शख्स गिरफ्तार

राजस्थान के अलवर जिले में 28 वर्षीय व्यक्ति की पीट – पीट कर हत्या किये जाने के मामले में एक और शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया और जांच की जिम्मेदारी अतिरिक्त एसपी रैंक के एक अधिकारी को सौंपी गयी है. रामगढ़ पुलिस थाना के प्रभारी सुभाष शर्मा ने बताया , ‘ नरेश सिंह कोरविवारको गिरफ्तार किया गया. वह लालावंडी गांव का रहने वाला है. पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है.’ मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है. कल पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था. गो तस्करी के आरोप में 28 वर्षीय रकबर खान की लोगों के एक समूह ने कथित रूप से पीट – पीट कर हत्या कर दी थी.

इस घटना में पुलिस की भूमिका पर उठते सवाल के बीच मामले की जांच सीनियर अफ़सर को सौंप दी गयी है. एडिशनल एसपी क्राइम और विजिलेंस के एडिशनल एसपी अब इस मामले की जांच करेंगे यानी स्थानीय पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में आने के बाद स्थानीय पुलिस के हाथ से जांच छीन ली गयी है.

मॉब लिंचिंग’ पर मोदी सरकार सख्‍त, ले सकती है यह बड़ा फैसला

मीडिया से बात करते हुए आईजी ने कहा कि इस पहलू की भी जांच की जाएगी कि आख़िर पुलिस ने अकबर को अस्पताल ले जाने में इतनी देरी क्यों कर दी? शनिवार की रात जब गो तस्करी के शक में रकबर और असलम की भीड़ ने पिटाई की तो असलम भाग निकला, लेकिन रकबर पिटता रहा. पुलिस मौक़े पर पहुंची, लेकिन उसे अस्पताल ले जाने की जगह ढाई घंटे से ज़्यादा समय तक यहां-वहां घुमाती रही, फिर थाने ले गयी. उसने पुलिस से कई बार कहा कि उसे दर्द हो रहा है लेकिन उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया गया, पुलिस ने पहले गाय के लिए गाड़ी का इंतजाम किया, फिर चाय पी, उसके बाद थाने ले गयी और उसके बाद उसे अस्पताल ले गयी जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

इस मामले में एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि गाड़ी में पुलिस अकबर को पीट रही थी, गालियां दे रही थी. इस बीच पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है. इन सभी पर हत्या का मामला दर्ज हुआ है. कोर्ट ने तीनों को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. मृतक अकबर का परिवार आरोपी पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग कर रहा है.

Next Article

Exit mobile version