REAL NEWS से छह गुना जल्दी वायरल होता है FAKE NEWS, जानें क्यों ?

नयी दिल्ली :झूठी और भ्रामक खबरें मौजूदा दौर में सबसे बड़ी चिंता का विषय बन चुकी है. सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने कल एक आदेश जारी कर फेक न्यूज फैलाने वाले पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन आज पीएमओ के हस्तक्षेप के बाद इसे पलट दिया गया. रिसर्च में ये बात […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 3, 2018 5:10 PM

नयी दिल्ली :झूठी और भ्रामक खबरें मौजूदा दौर में सबसे बड़ी चिंता का विषय बन चुकी है. सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने कल एक आदेश जारी कर फेक न्यूज फैलाने वाले पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन आज पीएमओ के हस्तक्षेप के बाद इसे पलट दिया गया. रिसर्च में ये बात सामने आयी है कि फेक न्यूज आमतौर पर रियल न्यूज के मुकाबले छह गुना जल्दी वायरल होता है.

एबीसी न्यूज ने अपनी एक रिपोर्ट में रिसर्च का हवाला देकर लिखा है कि ट्वीटर में आमतौर पर सही न्यूज के मुकाबले फेक न्यूज जल्दी वायरल होता है. Massachusetts Institute of Technology के सीनन अरल और उनकी टीम ने फेक न्यूज पर रिसर्च किया है. उन्होंने बताया कि झूठी खबरें ज्यादा जल्दी वायरल होती है और ज्यादा दूर तक फैलती है. सिर्फ राजनीतिक न्यूज ही नहीं बल्कि प्राकृतिक आपदा, विज्ञान या कारोबार से जुड़े फेक न्यूज भी तेजी से वायरल होते हैं. उन्होंने बताया कि 1500 लोगों तक अगर आपको कोई न्यूज पहुंचाना हो तो फेक न्यूज के मुकाबले वह छहगुणा कम रफ्तार से फैलेगी.

क्या है वजह

फेक न्यूज में एक सरप्राइज एलिमेंट होता है. वहीं मनुष्य का व्यवहार भी इस तरह की खबरों को वायरल करने के लिए जिम्मेदार है. आमतौर पर मनुष्य पूर्वाग्रह से ग्रसित रहता है. पाठक अपने दिमाग में बैठे विचारों को संतुष्ट करने के लिए वेबसाइट में न्यूज खोजते हैं. उनके दिमाग में पहले से जो नजरिया, सोच और विचार बैठा रहता है, उसे संतुष्ट करने के लिए लोग वैसी खबरों को गूगल पर सर्च करते हैं. वहीं शोधकर्ताओं का कहना है कि फेक न्यूज ज्यादा रुचिकर होता है, क्योंकि आप उसमें सूचनाएं गढ़ सकते हैं. इस वजह से पाठक का ध्यान ज्यादा जल्दी खींचता है. अगर ट्वीटर पर कोई न्यूज गलत हो तो उसके रिट्वीट होने की संभावना 70 प्रतिशत ज्यादा होती है. कई बार फेक न्यूज का मकसद सनसनी फैलाना होता है.

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