25 साल बाद : लेफ्ट के गढ़ त्रिपुरा में नहीं उड़ेगा लाल गुलाल, पूरा प्रदेश होगा केसरिया

अगरतला : होली के ठीक अगले दिन शनिवार को त्रिपुरा में हुए विधानसभा चुनावोंकी मतगणना चल रही है. इस दौरान पार्टियों के कार्यकर्ता जश्न मनाने की भी तैयारी कर चुके हैं. पार्टियों के प्रदर्शन के आधार पर गुलाल के रंग की कीमत तय हो रही है. लेफ्ट पार्टियों के खराब प्रदर्शन को देखते हुए लाल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 3, 2018 10:39 AM

अगरतला : होली के ठीक अगले दिन शनिवार को त्रिपुरा में हुए विधानसभा चुनावोंकी मतगणना चल रही है. इस दौरान पार्टियों के कार्यकर्ता जश्न मनाने की भी तैयारी कर चुके हैं. पार्टियों के प्रदर्शन के आधार पर गुलाल के रंग की कीमत तय हो रही है. लेफ्ट पार्टियों के खराब प्रदर्शन को देखते हुए लाल गुलाल की कीमतें घट गयी हैं, जबकि भाजपा के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए केसरिया गुलाल की कीमतें आसमान छू रही हैं.

सूत्रों के मुताबिक, लाल गुलाल 25 रुपये प्रति पैकेट की दर से बिक रहे हैं, तो केसरिया गुलाल की कीमत 100 रुपये और इससे भी ज्यादा है. इसके आधार पर विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि पूर्वोत्तर के इस राज्य में भाजपा का सत्ता में आना लगभग तय हो गया.

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ज्ञात हो कि त्रिपुरा में कांटे की टक्कर चल रही है. कभी लेफ्ट पर भाजपा बढ़त बना रही है, तो अगले ही पल भाजपा को पछाड़कर लेफ्ट आगे निकल जा रहा है. चुनाव आयोग ने 10:30 बजे जो आंकड़े जारी किये, उसमें 40 सीटों में से 24 पर भाजपा को बढ़त हासिल हो चुकी थी, जबकि लेफ्ट महज 16 सीटों पर आगे चल रही थी.

हालांकि, भाजपा और वामफ्रंट के बीच वोट शेयर का अंतर धीरे-धीरे घट रहा है. एक समय दोनों के बीच वोट प्रतिशत का अंतर 4.5 फीसदी तक था, जो 10:30 बजे घटकर 1.5 फीसदी तक रह गया. इसलिए विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि परिणाम चौंका भी सकते हैं.

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