”मन की बात” : प्रधानमंत्री मोदी ने रथ यात्रा और रमजान की शुभकामनाएं दीं

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के दूसरे पड़ाव में आज अमेरिका पहुंच गये हैं. जहां उनका गर्मजोशी के साथ स्‍वागत किया गया. अमेरिका में मोदी-मोदी के नारे भी लगाये गये. इधर पीएम मोदी आकाशवाणी से प्रसारित होने वाले मन की बात कार्यक्रम के जरिये देश की जनता को संबोधित किया. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2017 10:21 AM

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के दूसरे पड़ाव में आज अमेरिका पहुंच गये हैं. जहां उनका गर्मजोशी के साथ स्‍वागत किया गया. अमेरिका में मोदी-मोदी के नारे भी लगाये गये. इधर पीएम मोदी आकाशवाणी से प्रसारित होने वाले मन की बात कार्यक्रम के जरिये देश की जनता को संबोधित किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को रथ यात्रा की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा, भगवान जगन्‍नाथ गरीबों के देवता हैं. भगवान जन्नाथ रथ यात्रा के शुभअवसर पर देश के तमाम जनता को शुभकामनाएं और भगवान जगन्नाथ के श्रीचरणों में मेरा प्रणाम.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रमजान की चर्चा करते हुए कहा कि यह रमजान का पवित्र महीना है. भारत विविधताओं में एकता का देश है. मैं इस अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं.

पीएम मोदी ने यूपी के मुबारकपुर का जिक्र किया. यहां ग्रामीणों ने मिलकर शौचालय बनाने का फैसला किया था. लोगों ने सरकार को 17 लाख रुपये लौटाए थे. पीएम मोदी ने कहा, मैं खुले में शौच से मुक्त हुए पांच राज्यों के प्रशासन और जनता को धन्यवाद देता हूं. स्वच्छता की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज स्वच्छता एक सरकारी कार्यक्रम नहीं रहा, बल्कि जन आंदोलन बन गया है.

* इमरजेंसी को भुलाया नहीं सकता : मोदी

मोदी ने कहा, प्रकाश त्रिपाठी जी ने हमें लिखा है कि लोकतंत्र के प्रति नित्य जागरूकता जरूरी होती है. श्री प्रकाश त्रिपाठी ने इमरजेंसी को एक काला खंड बताया है. लोकतंत्र के प्रति नित्य जागरुकता जरूरी होती है. इसलिए लोकतंत्र को आघात करने वाली बातों को याद करना होता है."

मोदी ने कहा, वह ऐसी काली रात थी, जिसे कोई भारतवासी भुला नहीं सकता है. देश को जेल में बदल दिया गया था. जयप्रकाश नारायण जैसे लोगों को जेल में बंद कर दिया गया था. अखबारों को पूरा बेकार कर दिया गया था. पत्रकार उस काले कालखंड के प्रति जागरुकता बढ़ाने का काम करते रहें हैं.

अटल जी ने अपनी कविता में उस मन:स्थित का वर्णन किया है. झुलसा जेठ मास…एक बरस बीत गया. सीखचों में सिमटा जग.. लोकतंत्र के प्रेमियों ने बड़ी लड़ाई लड़ी है और भारत जैसे विशाल देश के लोगों ने चुनाव में इस लोकतंत्र को सशक्त कर दिया.

* योग से पूरा विश्व एक धागे में बंध गया : मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, योग से पूरा विश्व एक धागे में बंध गया है. योग विश्व को जोड़ने का कारण बन गया है. अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के अवसर पर चीन में और दुनियाभर में योग का अभ्यास किया गया. पेरू, अफगानिस्तान, सिंगापुर, यूएन में योग दिवस मनाया गया. यूएन ने इस अवसर पर 10 स्टैंप जारी किए. उन्‍होंने कहा, पहली बार लखनऊ में बारिश में योग करने का अवसर प्राप्त हुआ.

मोदी का यह 33वां मन की बात कार्यक्रम है. पिछली बार पीएम ने अपने 32वें मन की बात में कहा था कि कोई वीआईपी नहीं, देश के सभी लोग महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने देश में वीआईपी संस्कृति की जगह ‘ईपीआई’ (एवरी पर्सन इज इंपॉरटेंट) संस्कृति को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए कहा था कि लाल बत्ती का चलन खत्म हो गया है, लेकिन लाल बत्ती वाली सोच को खत्म करना जरूरत है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि देश का हर नागरिक समान रूप से महत्वपूर्ण है.

‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री बोले: कोई वीआईपी नहीं, देश के सभी लोग महत्वपूर्ण

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