पुडुचेरी की एलजी किरण बेदी को हटाने की तैयारी, विधानसभा में प्रस्ताव लायेगी नारायणसामी की सरकार

नयी दिल्ली : पुडुचेरी में दिल्ली जैसे हालात बनते जा रहे हैं. यहां उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच वैसे ही तनाव की स्थिति बन रहे हैं, जैसे दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के एलजी के साथ हैं. खबर है कि पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी की सरकार विधानसभा में बाकायदा रिजोल्यूशन लाने की तैयारी कर रही […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 5, 2017 2:56 PM

नयी दिल्ली : पुडुचेरी में दिल्ली जैसे हालात बनते जा रहे हैं. यहां उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच वैसे ही तनाव की स्थिति बन रहे हैं, जैसे दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के एलजी के साथ हैं. खबर है कि पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी की सरकार विधानसभा में बाकायदा रिजोल्यूशन लाने की तैयारी कर रही है.

पुडुचेरी नगर निगम के आयुक्त आर चंद्रशेखरन के तबादले पर कांग्रेस शासित प्रदेश पुडुचेरी में उपराज्यपाल किरण बेदी और विधानसभा अध्यक्ष वी वैतिलिंगम के बीच क्षेत्राधिकार का विवाद बढ़ गया है. विवाद में नया मोड़ तब आया, जब सीएम ने केंद्र से एलजी को वापस बुलाने का अनुरोध कर दिया. इसके बाद किरण बेदी के सचिव को विधानसभा की विशेषाधिकार समिति ने समन जारी किया.

सीएम ने एलजी के खिलाफ एक प्रस्ताव को पारित करने के लिए पार्टी की बैठक बुलायी. प्रस्ताव में कहा गया कि केंद्र सरकार पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर किरण बेदी को वापस बुलाये. सीएम नारायणसामी ने किरण बेदी पर आरोप लगाया कि किरण बेदी पुडुचेरी सरकार की गुप्त जानकारियां ट्विटर पर शेयर करती हैं.

नारायणसामी ने बेदी पर आरोप लगाया कि वह पुलिसवालों के साथ नौकरों जैसा बर्ताव करती हैं. उन्होंने कहा कि किरण बेदी उपराज्यपाल पद के योग्य नहीं हैं. वह राज्य सरकार के विकास कार्यों में भी बाधा डाल रही हैं. सीएम ने कहा कि उनकी सरकार विधानसभा में प्रस्ताव लाकर उपराज्यपाल को बदलने का कदम उठायेगी.

ज्ञात हो कि पुडुचेरी केंद्रशासित प्रदेश है. वर्ष 2016 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-डीएमके गंठबंधन ने 30 सदस्यीय विधानसभा में 17 सीटें जीत कर बहुमत हासिल किया था. वी नारायणसामी को सीएम बनाया गया था. किरण बेदी ने 22 मई, 2016 को पुडुचेरी की राज्यपाल का पदभार ग्रहण किया था.

अपने कार्यकाल का पहला साल पूरा होने पर किरण बेदी ने अपने कामों का लेखा-जोखा जनता के बीच रखते हुए इस पर जनता से संवाद किया. इस अनूठी पहल के माध्यम से उन्होंने राजनिवास के कामकाज पर जनता की राय भी ली.

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