लीड :::: पत्थर खनन से माफिया होंगे लाल, आदिवासियों को मिलेगी प्रदूषण व विषैली हवा की सौगात
बोरियो. रंगमटिया गांव में सोमवार को आठ गांवों के ग्रामीणों की सामूहिक बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता रंगमटिया के ग्राम प्रधान होपनमय हेंब्रम ने की. कसामू, कुडुंबा, रंगमटिया, बाड़ीडीह, कैरासोल,
बोरियो. रंगमटिया गांव में सोमवार को आठ गांवों के ग्रामीणों की सामूहिक बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता रंगमटिया के ग्राम प्रधान होपनमय हेंब्रम ने की. कसामू, कुडुंबा, रंगमटिया, बाड़ीडीह, कैरासोल, तिलाटांड, शीतलपुर और शामपुर के ग्रामीणों ने महावरी जोंका गांव में पत्थर खदान लीज का विरोध करते हुए इसे पहाड़ और जंगल के लिए हानिकारक बताया. ग्रामीणों ने जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए विरोध-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया. उनका कहना है कि पत्थर खनन से माफियाओं को लाभ होगा, जबकि स्थानीय आदिवासियों को प्रदूषण और विषैली हवा का सामना करना पड़ेगा, जो उनके अस्तित्व और मानवीय मूल्यों पर प्रहार है. ग्रामीणों ने गोड्डा की एक निजी कंपनी और माफिया गिरोह पर खदान लीज करवाने का आरोप लगाया है. कुडुंबा के ग्राम प्रधान ने बताया कि, महावरी जोंका मौजा में पत्थर खनन के लिए एक निजी कंपनी और माफियाओं ने खदान लीज हासिल कर ली है. यह मौजा रंगमटिया गांव से सटा हुआ है, और खदान का रास्ता रंगमटिया से होकर जाएगा. खदान शुरू होने से रंगमटिया समेत आसपास के आठ गांवों में प्रदूषण फैलेगा. आदिवासी सदियों से जलावन, फल, सब्जी, मक्का, बाजरा और जड़ी-बूटियों के लिए इस पहाड़ पर निर्भर हैं. पहाड़ को खदान में बदलने से ग्रामीणों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि आदिवासी समुदाय जल, जंगल और जमीन पर आश्रित है. इस मौके पर कुडुंबा के ग्राम प्रधान विश्वनाथ मुर्मू, शीतलपुर के प्रधान मुंशी किस्कू, बाड़ीडीह के प्रधान तालामय मुर्मू, तिलाटांड के प्रधान तालामय हेंब्रम, साथ ही ग्रामीण अनिल टुडू, बबलू बास्की, बबलू मुर्मू, सालखान बास्की, शामलाल मरांडी, लक्ष्मण मुर्मू सहित कई लोग मौजूद थे.
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