बाघिन की मौत और बाघ के हमले से भय दहशत में जीते वनवर्ती क्षेत्र के लोग
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के रघीया जंगल के किनारे स्थित डुमरी समेत आधा दर्जन गांव के लोगों में सोमवार तक भय का माहौल बना है.
रामनगर. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के रघीया जंगल के किनारे स्थित डुमरी समेत आधा दर्जन गांव के लोगों में सोमवार तक भय का माहौल बना है. इस वजह से एक तरफ जहां लोग खेत में जाने से बच रहे. वहीं दूसरी तरफ वनकर्मी गांव के पास बाघ के ताजा गतिविधियों को लगातार जांच करने में जुटे है. रोज वन्यजीवों के बीच जीने की आदत डाल चुके लोगों के हमला की घटना से भय बन गया है. इस वजह से कोई पशुपालक या किसान खेती या घास लाने से डर रहा है. क्या हुआ था घटना आधा दर्जन गांव के लोग दहशत में बताते चलें कि बीते शनिवार को डुमरी के एक ग्रामीण जीतन महतो पर बाघ ने अचानक हमला बोल दिया. रेस्क्यू दल लगातार हमलावर बाघ को ट्रैक कर रहा था.इस बीच रविवार को एक बाघिन का शव बरामद हुआ. जिसे देखने पर वन अधिकारियों और ग्रामीणों के होश उड़ गए.मौत की वजह नर बाघ से आपसी संघर्ष का पता चला. हालांकि अब लोग जख्मी नर बाघ का क्या हुआ. इसके बारे में जानने को उत्सुक है. घटना के कारण दोन जाने वाले लोगों की संख्या पहले की अपेक्षा कम साथ ही उसके ऊपर हमला करने से डरे हुए है. घटना के कारण दोन जाने वाले लोगों की संख्या पहले की अपेक्षा कम हो गई.डुमरी चेकपोस्ट के पास हुई घटना को लेकर लोग भयभीत होकर उस रास्ते को तय करने से डर गए. फिलहाल वनवर्ती लोगों एक दूसरे से बचकर निकलने की नसीहत देने में जुटे है. कहते है बच के रहो वर्ना बीते दिनों मंचगवा पंचायत के खैरहनी गांव में मथुरा महतो की मौत की कहानी फिर लिखी जाएगी. इसका असर डुमरी के आसपास स्थित डमरापुर, सिंगाही, बगही सखुआनी आदि गांवों में देखने को मिल रहा है.
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