सीखकर सीखाना ही सच्चा कर्मयोगी : डीसी
डीसी ने कहा सीखकर सीखाना ही सच्चा कर्मयोगी
नगर प्रतिनिधि, पाकुड़ : आदि कर्मयोगी अभियान के तहत आयोजित तीन दिवसीय रिस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम का सोमवार को समापन हुआ. कार्यक्रम में उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि सीखकर सीखाना ही सच्चा कर्मयोग है. आदि कर्मयोगी में कोई बड़ा-छोटा नहीं होता, सभी को गांव-गांव जाकर कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करना है. उन्होंने बताया कि छह से 20 सितंबर तक अभियान के तहत धोती-साड़ी राशन कार्ड देखकर वितरित करना, योजनाओं की जानकारी देना और समाज को जोड़ना आदि कर्मयोगियों की जिम्मेदारी होगी. इस दौरान सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया. उपायुक्त ने अभियान के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह जनजातीय क्षेत्रों के समग्र विकास की महत्वपूर्ण पहल है. शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका और सामाजिक विकास जैसे विभिन्न आयामों में विभागीय समन्वय से इसे लागू किया जायेगा. 60 वर्ष से अधिक उम्र के 25 हजार बुजुर्गों की जरूरत के अनुसार सहायक उपकरण उपलब्ध कराये जायेंगे. इसके लिए कर्मयोगी घर-घर जाकर सर्वे करेंगे. मौके पर सिविल सर्जन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, नगर परिषद प्रशासक, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, वन क्षेत्र पदाधिकारी, नयी राहें ट्रस्ट एवं मास्टर ट्रेनर मौजूद थे. हाइलार्ट्स : तीन दिवसीय रिस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम का हुआ समापन
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