गीत व नृत्य हमारी परंपरा और संस्कृति की पहचान : पद्मश्री मधु मंसूरी

मांडर में करमोत्सव, पद्मश्री मधु मंसूरी शामिल

By Prabhat Khabar News Desk | August 31, 2025 8:58 PM

प्रतिनिधि, मांडर.

प्रखंड मुख्यालय में रविवार को अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद सह बाबा कार्तिक उरांव रात्रि पाठशाला समूह झारखंड के तत्वावधान में करम पूर्व संध्या समारोह करमोत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें नागपुरी गायक पद्मश्री मधु मंसूरी व पूर्व आइपीएस डॉ अरुण उरांव शामिल हुए. विभिन्न गांव के खोड़हा ने करम पर्व पर आधारित गीत व नृत्य प्रस्तुत किये. समारोह में पद्मश्री मधु मंसूरी ने गांव छोड़ब नहीं, जंगल छोड़ब नहीं, मायं माटी छोड़ब नहीं, लड़ाई छोड़ब नहीं, गीत गाकर लोगों को झूमने पर विवश कर दिया. कहा गीत व नृत्य हमारी परंपरा और संस्कृति की पहचान है. इसलिए यह बचेगा तभी हमारी पहचान भी बची रहेगी. उन्होंने गीत व नृत्य को जिंदा रखने के लिए अखरा को हर हाल में बचाने का आह्वान किया. डॉ अरुण उरांव ने सभी को करमा पर्व की बधाई दी. अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की ओर से गांव के गरीबों को शिक्षा के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए रांची सहित अन्य जिलों में संचालित बाबा कार्तिक उरांव रात्रि पाठशाला के संबंध में विस्तार से बताया गया. करमोत्सव की शुरुआत बाबा कार्तिक उरांव के चित्र पर माल्यार्पण कर की गयी. संचालन परिषद के जिला महासचिव कार्तिक लोहरा ने किया. मौके पर जनजातीय शोध संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ प्रकाश उरांव, रात्रि पाठशाला के अनिल उरांव, बजरंग लोहरा, राजू लोहरा, सिबन उरांव, पीयूष उरांव, नेहा तिर्की, डॉ हेमलता तिग्गा, सीयूजे के प्रो सीमा ममता मिंज, डॉ नीलिमा टोप्पो, प्रियंका शर्मा, डॉ सुष्मिता सहित अन्य मौजूद थे.

मांडर में करमोत्सव, पद्मश्री मधु मंसूरी शामिल

मांडर 1, समारोह में बोलते मधु मंसूरी.B

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