World Hindi Day 2023 Speech: विश्व हिंदी दिवस पर यहां से तैयार करें भाषण, होगी तारीफ, गूंज उठेगी तालियां

World Hindi Day 2023 Speech and Bhasan Ideas: हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है. यहां हम आपको हिंदी दिवस पर भाषण और स्पीच को लेकर टिप्स और आइडियाज दे रहे हैं.

By Shaurya Punj | January 9, 2023 5:33 PM

World Hindi Day 2023 Speech: हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. हिंदी को विश्वव्यापी भाषा बनाने के उद्देश्य से विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Day) मनाने की शुरुआत की गई थी. हिंदी दिवस के कार्यक्रमों में हिंदी निबंध प्रतियोगिता, अनुवाद प्रतियोगिता, हिंदी ज्ञान प्रतियोगिता, हिंदी टिप्पण एवं आलेखन प्रतियोगिता, हिंदी दिवस भाषण प्रतियोगिता आदि शामिल हैं. यहां हम आपको हिंदी दिवस पर भाषण और स्पीच को लेकर टिप्स और आइडियाज दे रहे हैं.

हिंदी दिवस पर ऐसे तैयार करें आसान भाषण

यदि आप चाहते हैं कि भाषण की शुरुआत के साथ तालियों की गड़गड़ाहट व वाहवाही का नारे आपकी आवाज को बुलंद कर दें और लोगों के चेहरों पर अपनी मातृ भाषा के प्रति एक अलग ही जोश देखने को मिले तो अपने भाषण की शुरुआत हिंदी पर दमदार कविता व पंक्ति के साथ लोगों को हिंदी दिवस पर शुभकामनाएं देने के साथ करें. यकीन मानिए सभागार में उपस्थित लोग अपनी कुर्सी से खड़े होकर तालियां बजाने के लिए मजबूर हो जाएंगे. इसके लिए सबसे पहले मंच पर प्राधानाचार्य महोदय, उप प्राधानाचार्य, अतिथिगण, अध्यापकगण, श्रोतागण व साथियों का अभिवादन करें और तैयार किए गए भाषण को पूरे जज्बे के साथ बेझिझक लोगों के सामने पेश करें. ध्यान रहे स्पीच के दौरान लोगों को राष्ट्रीय हिंदी दिवस व विश्व हिंदी दिवस के बीच अंतर को बताना ना भूलें. तथा हिंदी के इतिहास व महत्व का जिक्र अवश्य करें.

हिंदी दिवस पर भाषण

आदरणीय प्राधानाचार्य, उपप्रधानाचार्य, अध्यापकगण, व मेरे प्यारे साथियों आप सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. आज हम सभी हिंदी दिवस के अवसर पर सभागार में उपस्थित हुए हैं. प्रत्येक भारतीय के लिए आज का दिव बेहद गर्व का दिन है. हिंदी भाषा वक्ताओं की ताकत है, लेखकों का अभिमान है. यह महज भाषा नहीं बल्कि हम भारतीयों को एकता के सूत्र में पिरोती है, हमारी आन बान शान है. हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है, जिसे हम जैसा बोलते हैं ठीक वैसे ही लिखते हैं. हिंदी को राष्ट्र की अस्मिता और प्रणम्य का प्रतीक माना जाता है. इसके हर शब्द में गंगा जैसी पावनता और गगन सी व्यापकता है. अक्सर लोग राष्ट्रीय हिंदी दिवस और विश्व हिंदी दिवस को लेकर कंफ्यूज हो जाते हैं.

बता दें राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है. इस दिन हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था. आजादी के बाद देश के सामने भाषा को लेकर सबसे बड़ा विवाद था. ऐसे में संविधान सभा ने एकमत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया था. वहीं 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य हिंदी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाना है. तथा लोगों को अपनी मातृभाषा के प्रति जागरूक करना है. श्रोताओं की दिलचस्पी बढ़ाने के लिए आप भाषण के बीच आप जीवन से जुड़ी किसी कहानी का जिक्र कर सकते हैं.

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