World Heart Day 2025: दिल को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना करें ये 5 प्राणायाम
World Heart Day 2025 पर जानें 5 प्राणायाम, जो आपके दिल को मजबूत बनाकर तनाव और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करेंगे.
World Heart Day 2025: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. स्ट्रेस, खानपान में बदलाव और शारीरिक निष्क्रियता (Physical Inactivity) इसके प्रमुख कारण हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लाखों लोग हृदय रोग (Heart Disease) के कारण अपनी जान गंवाते हैं. दिल को स्वस्थ रखने के लिए योग और प्राणायाम सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपाय माने जाते हैं. प्राणायाम न सिर्फ तनाव को कम करने में मदद करता है बल्कि ब्लड प्रेशर को बेहतर बनाता है और दिल को मजबूत भी करता है.
आइए जानते हैं 5 ऐसे प्राणायाम, जो आपके हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं.
World Heart Day 2025: दिल की धड़कनों के लिए ये प्राणायाम है जरूरी
1. अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Alternate Nostril Breathing)
अनुलोम-विलोम सबसे आसान प्राणायाम है जिसे नियमित रूप से करने पर नाड़ी तंत्र (Nervous System) बेलेंस होता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है. अनुलोम-विलोम प्राणायाम दिल की धड़कन को नॉर्मलाइज करता है और इसकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है. रोजाना कम से कम 10 से 15 मिनट इस प्राणायाम का अभ्यास करने से हृदय रोग की संभावना कम हो सकती है.
2. भ्रामरी प्राणायाम (Bee Breath)
भ्रामरी प्राणायाम मन और मस्तिष्क को शांत करने के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसमें मधुमक्खी जैसी गूंजती ध्वनि निकालने से तनाव और बेचैनी कम होती है. तनाव और हाई ब्लड प्रेशर दिल की समस्याओं का मुख्य कारण होते हैं. ऐसे में भ्रामरी प्राणायाम करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और दिल को राहत मिलती है.
3. डायाफ्रामैटिक ब्रीदिंग (Diaphragmatic Breathing)
डायाफ्रामैटिक ब्रीदिंग यानि गहरी श्वास या पेट से सांस लेना. जब आप धीरे-धीरे और गहराई से सांस लेते हैं तो शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है और मन शांत होता है. यह टेक्निक हृदय गति की लय (Heart Rate Variability – HRV) को सुधारती है, जो स्वस्थ हृदय का संकेत है. यह प्राणायाम दिल की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने के लिए बेहद लाभकारी है.
4. कपालभाति प्राणायाम (Skull Shining Breath)
कपालभाति एक पावरफुल प्राणायाम है जिसमें तेज गति से सांस छोड़ना और पेट की मांसपेशियों को संकुचित करना होता है. यह ब्लड प्रेशर को तेज करता है, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. इसके नियमित अभ्यास से खराब कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है. हालांकि, जिन लोगों को गंभीर हृदय रोग या उच्च रक्तचाप है, उन्हें इसका अभ्यास करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
5. भस्त्रिका प्राणायाम (Bellows Breath)
भस्त्रिका को प्राणायाम की शक्ति कहा जाता है. इसमें तेजी से सांस लेना और छोड़ना शामिल है, जो रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और हृदय को मजबूत बनाता है. यह ऊर्जा और स्फूर्ति प्रदान करता है. लेकिन जिन व्यक्तियों को हार्ट डिजीज, हाई बीपी या सांस की समस्या है, उन्हें इस प्राणायाम से बचना चाहिए.
विश्व हृदय दिवस 2025 पर इन प्राणायामों को डेली रूटीन में शामिल करके अपने दिल को स्वस्थ रखने के साथ ही पूरे स्वास्थ्य में भी सुधार ला सकते हैं. ध्यान रखें कि किसी भी प्राणायाम की शुरुआत धीरे-धीरे करें और यदि आपको पहले से हृदय संबंधी बीमारी है तो विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें. स्वस्थ हृदय ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है.
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