Women Health: ना कहने में झिझक कैसी? अपने आप को प्राथमिकता देना कोई अपराध नहीं

Women Health: क्या आप भी हर बात पर हां कहकर अपनी इच्छाओं को दबा देती हैं? जानें क्यों महिलाओं के लिए ‘ना’ कहना और खुद को प्राथमिकता देना जरूरी है.

By Pratishtha Pawar | October 4, 2025 3:10 PM

Women Health: घर की जिम्मेदारियों और परिवार की भावनाओं को पूरा करना हर महिला के लिए जिम्मेदारी भरा काम है जिसे वे पुरी श्रद्धा के साथ निभाती है. लेकिन अक्सर महिलाएं दूसरों को खुश रखने के लिए अपनी इच्छाओं और जरूरतों को नजरअंदाज कर देती हैं. कई बार उन्हें अपने लिए कुछ समय चाहिए होता है जो वो चाहकर भी अकेले नहीं बिता पाती है और कारण कई होते है जिनमें से एक है कि वह कभी ना नहीं कह पाती. पर क्या हर बार हां कहना असल में सही है?

Women Health: क्यों महिलाएं हर बार हां कह देती हैं

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कई महिलाएं, खासकर गृहिणियां, दूसरों की भावनाओं को ठेस न पहुंचाने के लिए हर बात पर हां कह देती हैं. कई बार उन्हें यह भी याद नहीं रहता कि उन्होंने कभी ना कहना सीखा ही नहीं. इस आदत के कारण वे अपनी इच्छाओं और प्राथमिकताओं को पीछे रख देती हैं.

देखिए परिवार और अपनों के लिए समय देना कोई गलत बात नहीं है पर अपने आप को अनदेखा करना है. यह अनदेखापन का असर आपके काम और व्यवहार में भी नजर आने लगता है जैसे कि थकान स्ट्रेस चिड़चिड़ाहट.

हर बार हां कहने का असर

Mental health of a women

जब महिलाएं हर बात में अपनी सुविधा और इच्छा को नजरअंदाज करती हैं, तो यह केवल मानसिक थकान नहीं बल्कि आत्म-सम्मान को भी चोट पहुंचाता है. लगातार तनाव, थकावट और आत्मविश्वास की कमी जैसी समस्याएं जन्म लेती हैं. कई बार तो महिलाएं खुद महसूस नहीं कर पाती कि वे इन समस्याओं से जूझ रही हैं, क्योंकि यह उनके लिए आदत बन चुकी है.

अपने लिए ‘ना’ कहना जरूरी है

महिलाओं के लिए यह जानना जरूरी है कि ना कहना असभ्यता नहीं है. अपने लिए समय निकालना, अपनी इच्छाओं और जरूरतों को महत्व देना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है. विनम्रता और सहजता से ना कहने से आप अपने जीवन में संतुलन और खुशी ला सकती हैं.

कैसे कहें ना कहने की कोशिश

  1. हां कहने का प्रेशर ना लें
  2. अपनी प्राथमिकताओं को समझें और उनका सम्मान करें.
  3. हर समय दूसरों की खुशी पर अपनी खुशी को मत टालें.
  4. खुद के लिए समय निकालें और अपनी देखभाल करें.
  5. विनम्रता और आत्मविश्वास के साथ अपने विचार व्यक्त करें.

आज की महिलाएं अपने परिवार और समाज के लिए निरंतर संघर्ष करती हैं. लेकिन याद रखें, अपने लिए ‘ना’ कहना, अपनी जरूरतों को प्राथमिकता देना और खुद का ख्याल रखना किसी अपराध से कम नहीं. जब आप खुद को महत्व देती हैं, तभी आप सच में खुश और मजबूत बनती हैं.

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