Rajiv Gandhi Death Anniversary 2025: जानिए क्यों 21 मई को मनाया जाता है Anti-Terrorism Day?

Rajiv Gandhi Death Anniversary 2025: राजीव गांधी पुण्यतिथि 2025: क्यों 21 मई को मनाया जाता है राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस? जानिए वजह और इससे जुड़ी खास बातें.

By Pratishtha Pawar | May 21, 2025 6:05 AM

Rajiv Gandhi Death Anniversary 2025: हर साल 21 मई को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है. इस दिन को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस (National Anti-Terrorism Day) के रूप में मनाने का उद्देश्य युवाओं को आतंकवाद के खिलाफ जागरूक करना और शांति, एकता व अहिंसा का संदेश फैलाना है. 2025 में यह दिन और भी खास है क्योंकि यह हमें फिर से याद दिलाता है कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना कितना जरूरी है.

Rajiv Gandhi Death Anniversary 2025: राजीव गांधी की पुण्यतिथि 2025 में क्यों है महत्वपूर्ण?

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राजीव गांधी, भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने थे, जिन्होंने आधुनिक भारत की नींव रखने में बड़ी भूमिका निभाई. 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक आत्मघाती हमले में उनकी दुखद मृत्यु हुई थी. इसके बाद केंद्र सरकार ने इस दिन को आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर एकजुटता दिखाने के लिए चुना.

Why is 21 May observed as Anti-Terrorism Day | राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस क्यों मनाया जाता है?

Rajiv gandhi death anniversary 2025: जानिए क्यों 21 मई को मनाया जाता है anti-terrorism day?
  • आतंकवाद के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाना
  • युवाओं को हिंसा के रास्ते से बचाकर विकास की दिशा में प्रेरित करना
  • राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत करना
  • राजीव गांधी समेत सभी आतंकवाद पीड़ितों को श्रद्धांजलि देना

21 May Anti Terrorism Day history in Hindi | इतिहास और शुरुआत

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1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद, भारत सरकार ने 1992 से हर साल 21 मई को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया. यह दिन युवाओं को लोकतांत्रिक मूल्यों की अहमियत समझाने और आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देता है.

Anti Terrorism Day Significance | इस दिन का महत्व

Rajiv gandhi death anniversary 2025: जानिए क्यों 21 मई को मनाया जाता है anti-terrorism day?
  • यह हमें याद दिलाता है कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है.
  • समाज को शांति और भाईचारे के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है.
  • नई पीढ़ी को बताता है कि विचारों से लड़ाई जीती जा सकती है, हथियारों से नहीं.

यह दिन पहली बार कब मनाया गया था?

राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस (National Anti-Terrorism Day) पहली बार 21 मई 1992 को मनाया गया था. इसकी शुरुआत भारत सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के एक साल बाद की थी.

राजीव गांधी की हत्या 21 मई 1991 को एक आत्मघाती बम हमले में हुई थी, जिसे लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) के सदस्य ने अंजाम दिया था.
इसके बाद केंद्र सरकार ने 21 मई को हर साल आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय संकल्प का दिन मानते हुए इसे Anti-Terrorism Day के रूप में मनाने की घोषणा की.

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Anti Terrorism Day Quotes | आतंकवाद विरोधी विचार

National anti-terrorism day | rajiv gandhi death

“Terrorism has no nationality or religion.” – Vladimir Putin
“We will not tire, we will not falter, and we will not fail.” – George W. Bush
“No cause justifies terrorism.” – Dr. Manmohan Singh
“शांति केवल रास्ता नहीं है, यही हमारा लक्ष्य भी होना चाहिए.” – राजीव गांधी
“हम नफरत से नहीं, प्रेम से दुनिया बदल सकते हैं.”

राजीव गांधी की पुण्यतिथि सिर्फ एक श्रद्धांजलि नहीं है, यह एक अवसर है यह सोचने का कि हम कैसे एक शांतिपूर्ण और आतंकमुक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं. राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस 2025 पर आइए हम सभी मिलकर शांति, प्रेम और लोकतंत्र के मूल्यों को अपनाएं.

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