बच्चों का होगा ऑलराउंड डेवलपमेंट, ये 5 तरीके उनके दिन को बनाएंगे प्रोडक्टिव, कोई नहीं कर पाएगा मुकाबला

Parenting Tips: बच्चों के जीवन में प्रोडक्टिविटी और ऑलराउंड डेवलपमेंट लाने के लिए एक सही दिनचर्या बनाना बहुत जरूरी है. इस आर्टिकल में, हम 5 आसान और प्रभावी तरीके बताएंगे, जिनसे आप बच्चों के दिन को स्मार्ट तरीके से मैनेज कर सकते हैं और उनकी मानसिक व शारीरिक विकास को बढ़ावा दे सकते हैं.

By Sameer Oraon | August 30, 2025 6:52 PM

Parenting Tips: बच्चों का हर दिन कई तरह की गतिविधियों से भरा होता है. स्कूल से लेकर होमवर्क, गेम्स और हॉबीज समेत हर चीज का बैलेंस बनाना जरूरी है. लेकिन ये सबसे चुनौती भरा काम होता है. कई विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों का समय स्मार्ट तरीके से मैनेज करना न सिर्फ उनकी पढ़ाई में मदद करता है, बल्कि उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी बहुत जरूरी है. आज हम आपको ऐसे 5 टिप्स बताएंगे जिससे आप बच्चे का चौतरफा विकास कर सकते हैं. अगर आपने इसे फॉलो कर लिया तो आपके बच्चे का मुकाबला कोई नहीं कर पाएगा.

सुबह का रूटीन और पढ़ाई

दिन की शुरुआत तय समय पर करना बेहद जरूरी है. सुबह का समय बच्चों के लिए पढ़ाई और रूटीन एक्टिविटी के लिए सबसे अच्छा होता है. इसलिए उनमें पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेने की आदत डालें. इससे उनकी एकाग्रता बनी रहती है और थकावट कम महसूस होगी.

Also Read: Parenting Tips: क्या बच्चे की तारीफ कर आप खुद ही बिगाड़ रहे हैं उसका फ्यूचर? देर हो इससे पहले जान लें

खेल-कूद और हॉबी का समय तय करें

खेल-कूद और हॉबी के लिए बच्चों का समय अलग रखा जाना चाहिए. डिजिटल गेम्स और मोबाइल का संतुलित उपयोग सिखाना बहुत जरूरी है. उनके स्क्रीन टाइम को तय सीमा में रखना जरूरी है. उन्हें बताएं कि स्क्रीन टाइम ज्यादा रखने से उनके मस्तिष्क और आंखों पर कैसे बुरा प्रभाव डालता है. आज के डिजिटल दुनिया में उन्हें आउटडोर एक्टिविटी या रचनात्मक हॉबीज को प्रोत्साहित करना जरूरी है.

फेलिक्सिबल शेड्यूल

बच्चों के दिन का शेड्यूल फेलिक्सिबल होना चाहिए. अचानक बदलाव या अतिरिक्त प्लानिंग से बच्चे तनाव में आ सकते हैं. समय-समय पर उनकी हर चीजों का निगरानी रखें साथ ही फीडबैक लें. उसी आधार पर दिनचर्या की प्लानिंग करें. शेड्यूल तय करते समय इस बात जरूर ध्यान रखें कि इस शिड्यूल से बच्चे का ऑलराउंड डेवलपमेंट होगा या नहीं.

परिवार के साथ क्वालिटी टाइम

बच्चे जब अपने पैरेंट्स के साथ बैठकर बातें करते हैं या खेलते हैं, तो उनका इमोशनल बॉन्ड मजबूत होता है. यह मानसिक स्वास्थ्य और आत्मविश्वास के लिए फायदेमंद है.

संतुलित जीवनशैली सिखाना

बच्चों के दिन को स्मार्ट तरीके से मैनेज करना के लिए सिर्फ टाइम टेबल बना देना ही काफी नहीं है. बल्कि उन्हें संतुलित जीवन शैली सिखाने का तरीका है. सही मार्गदर्शन और समझदारी से बच्चे न सिर्फ पढ़ाई में बेहतर करेंगे, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सक्रिय और खुशहाल रहेंगे.

Also Read: Parenting Tips: बच्चों को दें रोज 15 मिनट और कराएं 3 एक्टिविटी, बनेगा स्मार्ट और क्रिएटिव