जीवन में छा जाएं संकट के बादल, तो याद रखें गीता के ये 10 उपदेश

Gita Updesh: कठिन समय में गीता के उपदेश जीवन को नई दिशा देते हैं. श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए ये ज्ञान हमें धैर्य, समर्पण और आत्मविश्वास सिखाते हैं. संकट के क्षणों में गीता के ये 10 उपदेश नकारात्मकता दूर कर सकारात्मकता का प्रकाश फैलाती हैं.

By Shashank Baranwal | September 5, 2025 9:32 AM

Gita Updesh: जीवन का स्वरूप सदैव बदलता रहता है. कभी यह सुख और सफलता से भर जाता है, तो कभी निराशा और असफलता मन को हतोत्साहित कर देती है. कठिन समय में अक्सर इंसान दिशा खो देता है और उसे सहारे की आवश्यकता महसूस होती है. ऐसे क्षणों में श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेश आशा और शक्ति प्रदान करते हैं. महाभारत के युद्धक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो ज्ञान दिया, वही आज भी हर व्यक्ति को प्रेरणा देता है. गीता सिखाती है कि किस प्रकार दृढ़ता, समर्पण और आत्मज्ञान से जीवन की चुनौतियों पर विजय पाई जा सकती है. ऐसे में अगर आपके जीवन में भी संकट के घने बादल छा गए हैं, तो इस श्रीमद्भगवद्गीता के इन उपदेशों को जरूर याद रखें. ये उपदेश नकारात्मक विचारों को दूर करने में मदद करेंगी. साथ ही आपके जीवन में सकारात्मकता भी लाएंगी.

  • कर्म करो, परिणाम की चिंता मत करो. श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार, मनुष्य के अधिकार में सिर्फ प्रयास करना है. ऐसे में व्यक्ति को अपना कर्म करना चाहिए, उसे फल प्राप्ति की झंझटों में नहीं उलझना चाहिए.
  • आत्मा शाश्वत है. यह न जन्म लेती है, न मरती है.
  • मोह, क्रोध और लोभ से बचो. ये ही बंधन और दुख के कारण हैं.
  • सुख-दुख और सफलता-असफलता को समान भाव से स्वीकारो.

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  • मन पर नियंत्रण रखो. मन ही सबसे बड़ा मित्र और सबसे बड़ा शत्रु है.
  • लोभ से दूर रहो. यह चरित्र और जीवन दोनों को नुकसान पहुंचाता है.
  • कठिनाई क्षणिक होती है. धैर्य और विश्वास बनाए रखो.
  • अज्ञान से मोह जन्म लेता है, ज्ञान आत्मा को शुद्ध करता है.
  • हर कार्य को ईश्वर को अर्पित भाव से करो.
  • सच्चे मन से स्मरण करने वाले के साथ भगवान सदा रहते हैं.

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