Mob Lynching का शिकार होते बाल-बाल बची थीं ‘महाभारत’ की ‘द्रौपदी’, बोलीं- मुझे गाड़ी से उतारकर…

Roopa Ganguly victim of Mob Lynching: बीआर चोपड़ा की महाभारत इनदिनों सुर्खियों में है. रामायण (Ramayan) के बाद महाभारत (Mahabharat) को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है. अब इस शो में द्रौपदी का रोल निभाने वालीं एक्ट्रेस रूपा गांगुली (Roopa Ganguly) ने महाराष्ट्र के पालघर (Palghar) में दो साधुओं की चोरी के शक में पीट-पीटकर हत्या कर देने की घटना पर अपनी राय रखी है.

By Budhmani Minj | April 21, 2020 5:03 PM

बीआर चोपड़ा की महाभारत इनदिनों सुर्खियों में है. रामायण (Ramayan) के बाद महाभारत (Mahabharat) को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है. अब इस शो में द्रौपदी का रोल निभाने वालीं एक्ट्रेस रूपा गांगुली (Roopa Ganguly) ने महाराष्ट्र के पालघर (Palghar) में दो साधुओं की चोरी के शक में पीट-पीटकर हत्या कर देने की घटना पर अपनी राय रखी है. रूपा गांगुली ने साल 2016 में खुद के साथ हुए एक वाक्‍ये का भी जिक्र किया है.

उन्‍होंने ट्वीट किया,’ मुझे कुछ दिनों से याद आ रहा है, 22 मई 2016 डायमंड हार्बर की घटना, 17 से 18 लोग, पुलिस को साथ लेकर, मुझे गाड़ी से उतारकर रास्ते पे पटक पटक कर मारे थे, गाड़ी के साथ तोड़ फोड़ की. दो ब्रेन हेमरेज झेलने पड़े. बस, मैं मर नही गयी, रैली ड्राईवर हूं, निकल कर आ गयी.’ उन्‍होंने पालघर की घटना पर दुख प्रकट किया.

उन्‍होंने द्रौपदी चीर हरण का एक वीडियो भी साझा किया है. उन्‍होंने कैप्‍शन में लिखा,’ हे कृष्ण हे कृष्ण हे कृष्ण #महाभारत #Mahabharat .’ इस घटना पर बॉलीवुड के भी कई सेलेब्‍स ने प्रतिक्रिया दी है जिनमें रवीना टंडन, अनुपम खेर, कुमार विश्‍वास और रवि किशन भी शामिल हैं.

रवीना टंडन ने लिखा,’ टीवी पर बुजुर्ग साधु को पीटनेवाला वाला दृश्य फ्लैश हो रहा है, बहुत परेशान करने वाला. संदेह के आधार पर, उन्हें निर्दयता से पीट-पीटकर मार डाला गया. तकलीफदेह. पुलिस वाले क्या कर रहे थे? वे बस चले गए !!’

अनुपम खेर ने लिखा,’ डरावना और बहुत दुखद. तीन साधुओं के साथ मॉब लिचिंग की घटना. वीडियो को अंत तक नहीं देख पाया. ये क्या हो रहा है? ये क्यों हो रहा है. मानवता का जघन्य अपराध है ये.’

कुमार विश्‍वास ने लिखा,’ महाराष्ट्र शासन के माथे पर कलंक है #Palghar की लोमहर्षक घटना! छत्रपति महाराज शिवाजी की धरा पर मित्रता-शत्रुता से उपर उठ चुके साधुओं को अगर उन्मादी जाहिल भीड़ घेर कर मार दें तो यह उस ऐतिहासिक परम्परा पर धब्बा है जिसमें शत्रुपक्ष की महिलाओं तक को आदर दिया जाता है. भीषण दंड मिले.’

उल्लेखनीय है कि यह घटना उस समय हुई, जब बृहस्पतिवार रात तीन व्यक्ति (जूना अखाड़े के दो साधु और उनका ड्राईवर) मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे. इसी दौरान, पालघर जिले में भीड़ ने इन्हें चोर समझकर उनके वाहन को रोक लिया और उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों और 110 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

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