गूगल ने डूडल बनाकर किया सर्गेई आइजेन्सटाइन को याद, जानें कौन है ये फेमस पर्सनैलिटी ?

गूगल ने आज रशियन फिल्‍ममेकर सर्गेई आइजेन्सटाइन पर अपना डूडल बनाया है. आज इनकी 120वीं जन्‍मतिथि है.इनका सिनेमा में एक खास योगदान रहा है. 22 जनवरी 1898 को जन्‍मे सर्गेई आइजेन्सटाइन मात्र 50 साल की उम्र में ही इस दुनिया को छोड़कर चले गये थे. हालांकि इस छोटी सी जिंदगी में उन्‍होंने ऐसा काम किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 22, 2018 4:51 PM

गूगल ने आज रशियन फिल्‍ममेकर सर्गेई आइजेन्सटाइन पर अपना डूडल बनाया है. आज इनकी 120वीं जन्‍मतिथि है.इनका सिनेमा में एक खास योगदान रहा है. 22 जनवरी 1898 को जन्‍मे सर्गेई आइजेन्सटाइन मात्र 50 साल की उम्र में ही इस दुनिया को छोड़कर चले गये थे. हालांकि इस छोटी सी जिंदगी में उन्‍होंने ऐसा काम किया कि उनका नाम इतिहास के पन्‍नों में जुड़ गया.

फिल्‍मों में कई फ्रेंड को मिलाकर बनाये जानेवाले मोंटाज के जनक के रूप में सर्गेई ने अपना सबसे बड़ा योगदान दिया. गूगल ने अपना डूडल में इसी प्रमुखता से दिखाया है. क्रांतिकारी के रुप में काम करने के लिए 1918 में सर्गेई स्कूल छोड़कर रेड आर्मी में शामिल हो गए थे. लेकिन सर्गेई के पिता उनकी इस क्रांति के खिलाफ थे.

सर्गेई ने ही सबसे पहले मोंटाज को एक खूबसूरत रूप दिया और फिल्मों में एक बड़ा बदलाव किया. डूडल में सर्गेई चारों तरफ रील से घिरे हैं और हाथ में भी कैमरे की सील पकड़े हुए हैं. उनकी योग्‍यता का ही कमाल था कि साल 1930 में उन्‍हें हॉलीवुड की तरफ से 1 लाख रुपये का कॉन्‍ट्रैक्‍ट मिला था. हालांकि इस प्रोजेक्‍ट में उन्‍हें कोई खास सफलता नहीं मिली. उन्‍होंने चार्ली चैपलिन के साथ भी समय बिताया.

मोंटाज में कई सारी फोटोज को सिलेक्‍ट कर उन्हें क्रमानुसार रखा जाता है और फिर इन फोटोज को इस तरह से डिसप्ले किया जाता है कि वो एकदम सजीव लगती है. सर्गेई ने ही सबसे पहले मोंटाज को एक खूबसूरत रूप दिया और फिल्‍मों की दिशा ही बदल दी. इसके अलावा सर्गेई को स्टाइक, बैटलशिप पोटेमकिनस, अलैक्जेंडर नेवस्की और इवान द टेरिबल जैसी फिल्मों के लिए भी याद किया जाता है.