केरल की सिलाई फैक्ट्री से कैसे निकालीं 166 लड़कियां? अब सोनू सूद ने बताया पूरा किस्सा

Sonu Sood in e mind rocks 2020: फिल्मों में खतरनाक विलेन का किरदार निभाने वाले सोनू सूद (Sonu Sood) पलायन कर रहे मजदूरों और छात्रों के लिए मसीहा बनकर सामने आए थे. हाल ही में सोनू सूद ने 'प्रवासी रोजगार (Pravasi Rojgar)' मोबाइल ऐप लॉन्च किया है. इसकी मदद से नौकरी ढूंढ़ने से जुड़ी जरूरी जानकारी आसानी से मिल सकेगी. वहीं, इंडिया टुडे ई-माइंड रॉक्स 2020 में सोनू ने लॉकडाउन के दौरान लोगों की मदद किए जाने के बारे में अपनी यादें शेयर की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2020 11:09 AM

Sonu Sood in e mind rocks 2020: फिल्मों में खतरनाक विलेन का किरदार निभाने वाले सोनू सूद (Sonu Sood) पलायन कर रहे मजदूरों और छात्रों के लिए मसीहा बनकर सामने आए थे. हाल ही में सोनू सूद ने ‘प्रवासी रोजगार (Pravasi Rojgar)’ मोबाइल ऐप लॉन्च किया है. इसकी मदद से नौकरी ढूंढ़ने से जुड़ी जरूरी जानकारी आसानी से मिल सकेगी. वहीं, इंडिया टुडे ई-माइंड रॉक्स 2020 में सोनू ने लॉकडाउन के दौरान लोगों की मदद किए जाने के बारे में अपनी कुछ यादें शेयर की.

इस दौरान जब सोनू से उनकी किसी यादगार कहानी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने केरल से निकाली गई लड़कियों का किस्सा सुनाया. सोनू ने बताया, ‘बहुत सी कहानियां हैं जो दिल के काफी करीब हैं. मुझे याद है कि ओडिशा के एक हिस्से में रहने वाली तकरीबन 166 लड़कियां और 10 लड़के केरल के कोच्चि में फंसे हुए थे.’

उन्होंने बताया, ‘उन्होंने मुझसे ट्विटर पर संपर्क किया और मैंने उनको वहां से निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी. एयरपोर्ट बंद थे तो मैंने 2 घंटे के लिए उन्हें खोलने की इजाजत ली और इन 177 लोगों को फ्लाइट के जरिए कोच्चि से भुवनेश्वर लाया गया. मुझे याद है कि मैं रात के 3 बजे उनसे फोन पर बात कर रहा था, चीजों को कॉर्डिनेट कर रहा था.”

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उन्होंने आगे कहा, “उन्हें बस में बिठाया गया ताकि वे एयरपोर्ट पहुंच सकें. अब वो अपने घर पर हैं परिवारों के साथ और फिर मुझे उनका कॉल आया. उसने कहा, ‘सर मेरा एक प्लम्बिंग और वेल्डिंक वर्कशॉप है जिसका नाम मैं सोनू सूद वेल्डिंग शॉप रखना चाहता हूं?’ क्या मैं ऐसा कर सकता हूं? मैंने कहा तुम बिलकुल ऐसा कर सकते हो. आज उसने मुझे अपनी शॉप की एक तस्वीर भेजी. तो इस तरह अब ओडिशा में मेरी एक वेल्डिंग शॉप है.”

बता दें कि ये सभी लड़कियां एर्नाकुलम‌ की एक स्थानीय फैक्टरी में सिलाई और कढ़ाई-बुनाई का काम करती थीं. सूत्रों के अनुसार सोनू सूद को भुवनेश्वर में एक करीबी दोस्त द्वारा इन लड़कियों की स्थिति से अवगत कराया गया था और वह तुरंत मदद के लिए तैयार हो गए थे.

वहीं, उस समय सोनू की इस दरियादिली पर राज्यसभा सांसद अमर पटनायक ने भी उनकी सराहना की थी और ट्विटर के माध्यम से उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया था. अमर पटनायक ने कहा था कि सोनू सूद द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय हैं. उन्होंने कहा था कि उन्हें लोगों की ज़रूरत के समय मदद करना और उन्हें उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाने में मदद करना अविश्वसनीय है.

Posted By: Divya Keshri

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