#Sonu Nigam: मस्जिद में होनेवाले अज़ान को लेकर सोनू निगम ने किया ट्वीट, सोशल मीडिया पर बवाल

जानेमाने सिंगर सोनू निगम ने सोमवार सवेरे मस्जिद में होनेवाले अज़ान को एक लेकर ट्वीट कर सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है. सोनू निगम ने ट्वीट किया कि अगर वो मुस्लिम नहीं हैं तो उन्‍हें क्‍यों रोज अज़ान की आवाज से उठना पड़ता है. उन्‍होंने यह भी लिखा कि कब तक भारत में ऐसी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 17, 2017 10:37 AM

जानेमाने सिंगर सोनू निगम ने सोमवार सवेरे मस्जिद में होनेवाले अज़ान को एक लेकर ट्वीट कर सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है. सोनू निगम ने ट्वीट किया कि अगर वो मुस्लिम नहीं हैं तो उन्‍हें क्‍यों रोज अज़ान की आवाज से उठना पड़ता है. उन्‍होंने यह भी लिखा कि कब तक भारत में ऐसी धार्मिक रीतियों को जबरदस्‍ती ढोना पड़ेगा. सोनू निगम के इस ट्वीट के बाद अब सोशल मीडिया पर एक नयी बहस छिड़ गई है. कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं तो कुछ लोग समर्थन.

सोनू निगम ने ट्वीट किया,’ ऊपरवाला सभी को सलामत रखे. मैं मुसलमान नहीं हूं और मुझे सवेरे अज़ान की वजह से जागना पड़ता है. भारत में कब तक ऐसी धार्मिक रीतियों को जबरदस्‍ती ढोना पड़ेगा.’ वहीं अपने ट्वीट पर लोगों के रियेक्‍शन का जवाब देते हुए उन्‍होंने लिखा,’ जब मोहम्‍मद ने इस्‍लाम की स्‍थापना की थी तब बिजली नहीं थी तो फिर एडिसन के अविष्‍कार के बाद ऐसे चोंचलों की क्‍या जरुरत है.’

https://twitter.com/sonunigam/status/853758848133242880
https://twitter.com/sonunigam/status/853760205368078336

उन्‍होंने आगे लिखा,’ मैं ऐसे किसी भी मंदिर और गुरुद्वारे में यकीन नहीं रखता जो लोगों को जगाने के लिए बिजली का इस्‍तेमाल करते हैं जो धर्म में यकीन नहीं रखते. फिर क्‍यों? ईमानदारी से बताईए ? सच क्‍या है ?’ अपने एक और ट्वीट में उन्‍होंने लिखा,’ गुंडागर्दी है बस…’. इस ट्वीट के बाद से ट्विटर पर #SonuNigam ट्रेंड करने लगा. बता दें कि मस्जिदों में सुबह ऊंची आवाज में अजान होती है और इसके लिए लाउड स्पीकर भी लगाए जाते हैं.

https://twitter.com/sonunigam/status/853761583666806784
https://twitter.com/sonunigam/status/853764889671720960

सोनू निगम के इस ट्वीट को लेकर चेतन राज ने लिखा,’ मैं सोनू निगम से सहमत हूं. अल्पसंख्यकों को हमारे राष्ट्रीय गान और गीतों से समस्या होती है, लेकिन आप अजान के बारे में कोई बात नहीं कह सकते हैं.’

सैय्यद ताहा ने लिखा,’ मज़हब ए जज़्बात चाहे हिंदू का हो या मुसलमान का, उसे गुंडागर्दी कहना सही नहीं है.’

मधुर चांदना ने लिखा,’ मैं आपका बहुत बड़ा प्रशंसक हूं, लेकिन यह निश्चित रूप से बकवास बयान है. आपको दूसरे धर्मों को भी सम्‍मान देना चाहिए. क्‍या यह एक लोकतांत्रिक देश है.’

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