पंडित-मौलवी को बुलाना एक खतरनाक संकेत

अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और परेश रावल अपनी आगामी फिल्‍म ‘धर्म संकट में’ की स्‍क्रीनिंग के लिए केंद्रीय फिल्‍म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा धार्मिक गुरुओं को बुलाने संबंध्‍रा खबरों से नाराज नजर आ रहे हैं. दोनों ने इसे बेतुका करार दिया है. इस फिल्‍म में दोनों के अलावा अन्‍नू कपूर भी मुख्‍य भूमिका में हैं. परेश […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 1, 2015 12:58 PM

अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और परेश रावल अपनी आगामी फिल्‍म ‘धर्म संकट में’ की स्‍क्रीनिंग के लिए केंद्रीय फिल्‍म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा धार्मिक गुरुओं को बुलाने संबंध्‍रा खबरों से नाराज नजर आ रहे हैं. दोनों ने इसे बेतुका करार दिया है. इस फिल्‍म में दोनों के अलावा अन्‍नू कपूर भी मुख्‍य भूमिका में हैं.

परेश रावल का कहना है कि,’ इस फिल्‍म को देखने के लिए पंडित मौलवी को बुलाना एक बेहद खतरनाक संकेत है.’ वहीं नसीरुद्दीन शाह ने अपने बात रखते हुए कहा कि,’ यह एक बेतुका ख्‍याल है. मेरे लिए यह बेतुकेपन से भी ज्‍यादा बढ़कर है.’

वहीं सीएफबीसी चाहती है कि उसकी ओर से फिल्‍म को प्रमाणपत्र देने से पहले धार्मिक गुरु इसे पास कर दें. ऐसा करके बोर्ड और फिल्‍म के निर्माता दोनों ही बाद में होनेवाले बवाल से बच जायेंगे. वहीं नसीरुद्दीन शाह ने पहले ही बयान दिया था कि फिल्‍म किसी की भी धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करेगी. हमने फिल्‍म में धर्म के नाम पर ढ़ोग करनेवाले लोगों को सामने लाने की कोशिश की है.’

फिल्‍म की कहानी हिंदू धर्म के व्‍यक्ति धर्मपाल (परेश रावल) के इर्द-गिर्द घू‍मती है. उसे बाद में पता चलता है कि वह एक मुस्लिम परिवार में पैदा हुआ था और बाद में उसे एक हिंदू परिवार ने गोद ले लिया. सच जानने के बाद धर्मपाल अपनी धार्मिक पहचान को लेकर परेशान रहता है. फिल्‍म इसी कहानी के आसपासम घूमती नजर आती है. फवाद खान निर्देशित यह फिल्‍म 10 अप्रैल को रिलीज होगी.

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