‘मेंटल है क्या” खुद को स्वीकार करने को प्रेरित करती है, ठेस पहुंचाना मकसद नहीं: फिल्म निर्माता
मुंबई: अभिनेत्री कंगना रनौत और अभिनेता राजकुमार राव की फिल्म ‘ मेंटल है क्या’ के निर्माताओं ने कहा कि यह फिल्म मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हुए लोगों के साथ भेदभाव नहीं करती है और न ही इसका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना है . यह प्रतिक्रिया प्रोडक्शन हाउस बालाजी मोशन पिक्चर्स की तरफ से […]
मुंबई: अभिनेत्री कंगना रनौत और अभिनेता राजकुमार राव की फिल्म ‘ मेंटल है क्या’ के निर्माताओं ने कहा कि यह फिल्म मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हुए लोगों के साथ भेदभाव नहीं करती है और न ही इसका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना है . यह प्रतिक्रिया प्रोडक्शन हाउस बालाजी मोशन पिक्चर्स की तरफ से इंडियन साइकेट्रिक सोसाइटी (आईपीएस) की शिकायत के एक दिन बाद आया है. आईपीएस ने फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पास इस फिल्म को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.
इस फिल्म का पोस्टर हाल ही में रिलीज हुआ है. सीबीएफसी को लिखे अपने पत्र में कहा है ‘‘हमें फिल्म के शीर्षक पर गंभीर आपत्ति है जिसके जरिए मनोरोग और मनोरोगियों को अपमानजनक, भेदभावपूर्ण और अमानवीय तरीके से दिखाया गया है.” वहीं प्रोडक्शन हाउस का कहना है कि इस फिल्म का लक्ष्य विशिष्ट चीजों पर ध्यान दिलाना है. उनका कहना है कि यह फिल्म लोगों की अपनी निजी जिंदगी को स्वीकार करने और उसकी विशिष्टता को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करती है.