जानें, कौन है ”रागिनी एमएमएस 2.2” के पोस्‍टर में खड़ा काला साया, हैरान कर देगा लुक…

।। बुधमनी मिंज ।। वेब सीरीज ‘रागिनी एमएमएस 2.2’ का पोस्‍टर जब से रिलीज हुआ है फिल्‍म सुर्खियों में आ गई है. फिल्‍म का टीजर भी रिलीज हो गया है जिसमें फिल्‍म की लीड एक्‍ट्रेस करिश्‍मा शर्मा बेहद बोल्‍ड अंदाज में नजर आ रही हैं. फिल्‍म के पोस्‍टर में भी करिश्मा की सिद्धार्थ गुप्‍ता संग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2017 4:43 PM

।। बुधमनी मिंज ।।

वेब सीरीज ‘रागिनी एमएमएस 2.2’ का पोस्‍टर जब से रिलीज हुआ है फिल्‍म सुर्खियों में आ गई है. फिल्‍म का टीजर भी रिलीज हो गया है जिसमें फिल्‍म की लीड एक्‍ट्रेस करिश्‍मा शर्मा बेहद बोल्‍ड अंदाज में नजर आ रही हैं. फिल्‍म के पोस्‍टर में भी करिश्मा की सिद्धार्थ गुप्‍ता संग बोल्ड केमिस्ट्री नजर आ रही है और करिश्‍मा इस पोस्‍टर में टॉपलेस नजर आ रही हैं. फिल्‍म का टीजर रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा. आपने अगर पोस्‍टर गौर से देखा होगा तो बैकग्राउंड में लाल कपड़ा ओढ़े एक साया नजर आ रहा है. दर्शक जानना चाहते हैं कि वो साया आखिर किसका है, तो इसका खुलासा हो चुका है. इनका नाम है राकिब अशर्द, जो झारखंड के गिरीडीह जिले के रहनेवाले हैं. राकिब कई टीवी शोज में नजर आ चुके हैं.

बता दें कि फिल्‍म में करिश्‍मा शर्मा के अलावा सिद्धार्थ गुप्‍ता, रिया सेन और निशांत मल्‍कानी भी मुख्‍य भूमिका में नजर आयेंगे. वहीं निगेटिव किरदार में राकिब अशर्द नजर आयेंगे. यह फिल्‍म ‘रागिनी एमएमएस’ फ्रेंचाइजी की तीसरी सीरीज है. साल 2011 में रिलीज हुई इस फिल्‍म की पहली फ्रेंचाइजी में राजकुमार राव और कायनाज नजर आई थीं. वहीं इस फ्रेंचाइजी की दूसरी फिल्‍म साल 2014 में रिलीज हुई थी जिसमें सनी लियोनी और प्रवीन दबास नजर आये थे. राकिब ने अपने रोल के बारे में बताया कि उन्‍हें अपने किरदार के लिए दो से ढाई घंटे लगते थे. राकिब से फोन पर हुई बातचीत के प्रमुख अंश…

एक्टिंग के क्षेत्र को ही क्‍यों चुना ?

मुझे बचपन से ही एक एक्‍टर बनने की ख्‍वाहिश थी. टीवी देखकर एक्टिंग किया करता था. स्‍कूल में भी एक एवरेज स्‍टूडेंट था. दसवीं के बाद रांची (झारखंड) आ गया. यहां ऑक्‍सफोर्ड स्‍कूल में पढ़ाई के साथ-साथ कई स्‍टेज शोज़ किये. कई नुक्‍कड़ नाटकों में भी हिस्‍सा लिया. रांची में भी ज्‍यादा शोज़ में काम करने का मौका नहीं मिलता था, बहुत रिक्‍वेस्‍ट करने के बाद थोड़ा एक्टिंग करने का मौका मिलता था. मैं ज्‍यादातर कॉमेडी करता था, कई बार लोगों ने मेरा मजाक भी उड़ाया. लेकिन मुझे एक्टिंग करने का जूनुन सवार था, मैं लगातार स्‍टेज और नुक्‍कड़ नाटक करता रहा. मुझे लगता था कि इससे मेरे अभिनय में और निखार आयेगा.

इस वेब सीरीज ‘रागिनी एमएमएस 2.2’ में रोल कैसे मिला ?

मैंने शुरुआत दिनों में कई टीवी सीरीयल्‍स में काम किया. लोगो ने मेरे कॉमेडी एक्‍ट का पसंद किया. मेरे स्‍टार प्‍लस पर प्रसारित होनेवाले सीरीयल ‘मेरी दुर्गा’ में मेरे कॉमेडी एक्‍ट को पसंद किया गया. लगभग 2 साल पहले मुझे एकता मैम (एकता कपूर) के ऑफिस से ऑडिशन के लिए कॉल आया था. उन्‍होंने मेरा लुक टेस्‍ट भी किया. मेरे लिए यह एक सपने जैसा था. मैं ऑडिशन के दौरान भी थोड़ा घबराया हुआ था. खैर मैंने ऑडिशन दिया और कॉल का इंतजार करने लगा. मुझे ऐसा भी लगा था कि शायद मैं सेलेक्‍ट नहीं हुआ, लेकिन सितंबर में मुझे फाइनल कॉल आया कि आप ऑडिशन में सेलेक्‍ट हो गये हो.

अपने किरदार के बारे में कुछ बतायें और उसका एक्‍सपीरीयंस कैसा रहा?

मैं इसमें एक भूत का किरदार निभाया है. पोस्‍टर में मेरे किरदार का सिर्फ साया दिखाया गया है. (हंसते हुए) मैं अपने किरदार के बारे में ज्‍यादा खुलासा नहीं कर सकता उसके लिए आपको वेब सीरीज देखनी पड़ेगी. फिल्‍म आपको रोमांचित करेगी. हां, मुझे मेकअप के दौरान दो से ढाई घंटे तक बैठे रहना पड़ता था. मेरे लिए आसान नहीं था उतने मेकअप के साथ शूट करना. सभी कोस्‍टार्स, टीम मेंबर्स ने मेरा खूब साथ दिया. शूटिंग के दौरान मेरा एक्‍सपीरीयंस शानदार रहा. मैं अपने किरदार को लेकर भी काफी उत्‍साहित हूं. फिल्‍म में रोमांस है, रोमांच है और डर भी है. उम्‍मीद है यह फिल्‍म दर्शकों को बेहद पसंद आयेगी.

आपने इंडस्‍ट्री में 3 साल दिये है, अभी तक का सफर कैसा रहा ?

मेरे लिए यह सफर आसान नहीं था. 12वीं पास करने के बाद ही मैं मुंबई आ गय था. लेकिन ये चकाचौंध भरी दुनियां बा‍हर से जितनी आकर्षक दिखती है अंदर से उतनी की चुनौतीपूर्ण है. शुरुआती दिनों में खूब स्‍ट्रगल किया. 1 साल तक तो यह समझने में लग गया कि ऑडिशन कहां देना है, कैसे खुद के लिए जगह बनानी है. स्‍ट्रगल तो कभी खत्‍म नहीं होता. शुरुआत में काम नहीं मिलता था, अगर काम मिल भी जाये तो प्रोजेक्‍ट अटक जाता था. छोटे-छोटे डॉयलॉग्‍स मिलते थे. लेकिन मैंने हिम्‍मत नहीं हारी. जहां काम मिला करता गया, ऐसा इ‍सलिए भी क्‍योंकि इससे मेरी एक्टिंग में और निखार आता. फिर धीरे-धीरे कुछ सीरीयल्‍स में काम मिलने लगा और लोगों ने मुझे पसंद किया. लोगों को मेरी कॉमेडी भी पाई.

फैमिली का कितना सपोर्ट मिला ?

12वीं पास करने के बाद जब मुंबई आने का फैसला किया तो घरवाले नहीं माने. उनका कहना था कि पहले पढाई पूरी कर लो फिर जो समझ में आये वो करना. लेकिन मेरे अंदर तो जैसे एक्टिंग का भूत सवार था. मैंने घरवालों को मनाया कि मैं एक्टिंग के साथ-साथ पढ़ाई भी जारी रखूंगा. मेरे इस फैसले के बाद घरवालों ने मुंबई आने की इजाजत दी. इसके बाद मैंने धीरे-धीरे उन्‍हें अपने काम के बारे में बताना शुरू किया और वो समझने लगे. अब वे लोग मुझे पूरा सपोर्ट करते हैं. बड़े लोगों को साथ मिलता है तो मेहनत करने में मजा आता है.

स्‍ट्रगल कर रहे युवा कलाकारों के लिए क्‍या कहना चाहेंगे ?

मेरा मानना है कि अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत करने से पहले नुक्‍कड़ नाटक, स्‍टेज शो करें. खुद को पॉलिश करे. एक्टिंग क्लास के नाम पर पैसा बर्बाद करने से अच्‍छा है आप छोटे-छोटे शहरों में स्‍टेज शो करें. अपनी एक्टिंग स्किल को बढ़ायें. फिल्‍म इंडस्‍ट्री में सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है. यहां आपका काम बोलता है. अगर आप में क्षमता है तो यकीनन आप आगे बढ़ेगे. आपको धैर्य के साथ आगे बढ़ना होगा क्‍योंकि सफलता तुरंत नहीं मिलती. वहां आपको ऐसे भी लोग मिलेंगे जो काम दिलवाने का झांसा देकर आपको ठग लेंगे. ऐसे लोगों से बच कर रहे. बस मेहनत करें.