Tripura election: 2016-18 के बीच 250 से अधिक भाजपा नेताओं की हुई हत्या, त्रिपुरा में गरजे गृह मंत्री अमित शाह

त्रिपुरा के खोवाई में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, भाजपा सरकार त्रिपुरा में अपराध दर में 30% की कमी आई है. हमने कभी किसी सीपीएम कार्यकर्ता को निशाना नहीं बनाया, लेकिन 2016-18 के बीच 250 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता मारे गए.

By ArbindKumar Mishra | February 6, 2023 4:34 PM

विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर गृह मंत्री अमित शाह त्रिपुरा में ताबड़तोड़ रैली कर रहे हैं. उन्होंने पूर्व की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाये और भाजपा सरकार के काम की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा, कांग्रेस और कम्युनिस्ट इकट्ठा होकर फिर से त्रिपुरा को तबाह करने के लिए निकले हैं.

भाजपा सरकार में त्रिपुरा में कम हो रहे अपराध

त्रिपुरा के खोवाई में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, भाजपा सरकार त्रिपुरा में अपराध दर में 30% की कमी आई है. हमने कभी किसी सीपीएम कार्यकर्ता को निशाना नहीं बनाया, लेकिन 2016-18 के बीच 250 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता मारे गए.

कम्युनिस्ट शासन क्रिमिनलों का शासन था : शाह

त्रिपुरा के खोवाई में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, कम्युनिस्ट शासन क्रिमिनलों(अपराधियों) का शासन था और कांग्रेस का शासन भ्रष्ट शासन था.

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टिपरा मोथा की कांग्रेस, माकपा के साथ गुप्त सहमति है: शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि पूर्ववर्ती राजपरिवार के वंशज प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा के नेतृत्व वाले टिपरा मोथा की कांग्रेस और माकपा के साथ गुप्त सहमति है. शाह ने संतिरबाजार क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो मुख्यमंत्रियों ने त्रिपुरा की सुरक्षा सुनिश्चित की है, जो पहले सीमा पार से घुसपैठ और उग्रवाद से पीड़ित था. उन्होंने कहा, कांग्रेस और कम्युनिस्टों ने 50 साल से अधिक समय तक त्रिपुरा पर शासन किया, फिर भी कोई विकास नहीं हुआ. कांग्रेस ने आपको ‘अंधकार’ दिया, लेकिन हमने (भाजपा) आपको अधिकार दिया है.

टिपरा मोथा 60 में से 42 सीट पर लड़ेगी चुनाव

वर्ष 2021 में त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) का चुनाव जीतने वाली नवगठित क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा ने 16 फरवरी को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का फैसला किया है और वह 60 में से 42 सीट पर लड़ेगी. त्रिपुरा में लगभग 20 जनजातीय बहुल सीट हैं, और ये पूर्वोत्तर राज्य में सत्ता की कुंजी हैं.

माकपा 43 सीट पर लड़ेगी चुनाव

सीट समायोजन के तहत माकपा 43 सीट पर चुनाव लड़ेगी, और इसकी वाम मोर्चा सहयोगी फॉरवर्ड ब्लॉक, आरएसपी तथा भाकपा एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेंगी. वाम मोर्चा पश्चिमी त्रिपुरा के रामनगर निर्वाचन क्षेत्र में एक निर्दलीय उम्मीदवार का भी समर्थन कर रहा है. वहीं, कांग्रेस 13 सीट पर चुनाव लड़ेगी.

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