World Poetry Day in Hindi 2025: विश्व कविता दिवस पर छात्र पढ़ें ये प्रसिद्ध कविताएं…तालियों से होगा ‘स्वागत’

विश्व कविता दिवस सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने, क्रिएटिविटी को बढ़ावा देने और भाषाई विविधता को समझने में कविता की शक्ति को पहचानता है. छात्रों के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में उनसे कविता पढ़ने और लिखने लिखने के लिए कहा जाता सकता है. इसलिए इस लेख में छात्रों के लिए कुछ प्रसिद्ध कविताएं (World Poetry Day in Hindi) दी जा रही हैं.

By Shubham | March 21, 2025 1:17 PM

World Poetry Day in Hindi 2025: विश्व कविता दिवस 21 मार्च को मनाया जाता है. विश्व कविता दिवस सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने, क्रिएटिविटी को बढ़ावा देने और भाषाई विविधता को समझने में कविता की शक्ति को पहचानता है. छात्रों के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में उनसे कविता पढ़ने और लिखने लिखने के लिए कहा जाता सकता है. इसलिए इस लेख में छात्रों के लिए कुछ प्रसिद्ध कविताएं (World Poetry Day in Hindi) दी जा रही हैं.

विश्व कविता दिवस पर प्रसिद्ध कविताएं (World Poetry Day in Hindi)

विश्व कविता दिवस पर प्रसिद्ध कवियों की कविताएं (World Poetry Day in Hindi) इस प्रकार हैं-

तू धीर धर हे वीर वर- उस तीर से मैंने कहा

बस छूट पड़ने दो अजी, मुझसे नहीं जाता रहा.

जाता रहा तो काम से ही जान ले जाता रहा,

छूटा कि छूटा और हो होकर टूक ठुकराता रहा.

मैदान में है सीख तू., बाजी लड़ाना सूर का.

पीछे खिचा भरपूर, बस मारा निशाना दूर का.

– माखनलाल चतुर्वेदी

जला अस्थियां बारी-बारी

चिटकाई जिनमें चिंगारी,

जो चढ़ गये पुण्यवेदी पर

लिए बिना गर्दन का मोल

कलम, आज उनकी जय बोल.

जो अगणित लघु दीप हमारे

तूफानों में एक किनारे,

जल-जलाकर बुझ गए किसी दिन

मांगा नहीं स्नेह मुंह खोल

कलम, आज उनकी जय बोल.

पीकर जिनकी लाल शिखाएं

उगल रही सौ लपट दिशाएं,

जिनके सिंहनाद से सहमी

धरती रही अभी तक डोल

कलम, आज उनकी जय बोल.

अंधा चकाचौंध का मारा

क्या जाने इतिहास बेचारा,

साखी हैं उनकी महिमा के

सूर्य चन्द्र भूगोल खगोल

कलम, आज उनकी जय बोल.

-रामधारी सिंह ‘दिनकर’

नर हो न निराश करो मन को… कुछ काम करो कुछ नाम करो.

देखते हैं आगे होता है क्या, मनुष्य बनो और देवता बनो.

कभी न हो निराश तुम, तुम हो…इंसान को संजीवनी मिलती है, 

कभी न भाग्य को दोष दो तुम, अपने कर्मों से सही दिशा मिलती है.

किस गौरव के तुम योग्य नहीं, कब कौन तुम्हें सुख भोग्य नहीं

जान हो तुम भी जगदीश्वर के, सब है जिसके अपने घर के

फिर दुर्लभ क्या उसके जन को, नर हो, न निराश करो मन को

नर हो, न निराश करो मन को…कुछ काम करो, कुछ काम करो.

– मैथिलीशरण गुप्त.

विश्व कविता दिवस पर प्रसिद्ध कविताएं (Best Poetry in Hindi)

विश्व कविता दिवस पर प्रसिद्ध कवियों की कविताएं (World Poetry Day in Hindi) इस प्रकार हैं-

कविता का नामकवि का नामकविता का सार
अग्निपथविक्रमशिलायह कविता संघर्ष और कठिनाइयों के बीच आत्मविश्वास और सफलता की ओर बढ़ने की प्रेरणा देती है.
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होतीहरिवंश राय बच्चनइस कविता में कवि ने जीवन में कठिनाइयों से जूझते हुए हार न मानने की सलाह दी है.
झांसी की रानीसुमित्रानंदन पंतइस कविता में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की महान वीरांगना झांसी की रानी की वीरता और संघर्ष को दर्शाया गया है.
मधुर मनोहर गानसूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’इस कविता में कवि ने अपने जीवन की मधुरता और संघर्ष को खूबसूरती से व्यक्त किया है.
तुम मुझे यकीन दिलाओनिरालाइस कविता में प्रेम और विश्वास की महिमा बताई गई है.
गीतमीरा बाईइस कविता में भगवान श्री कृष्ण के प्रति मीरा बाई के प्रेम को व्यक्त किया गया है.
नए भारत का निर्माणरामधारी सिंह ‘दिनकर’इस कविता में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद नए भारत की कल्पना की गई है.
सरफरोशी की तमन्नारामप्रसाद ‘बिस्मिल’इस कविता में देशभक्ति का उच्चतम आदर्श और स्वतंत्रता संग्राम में आत्मसमर्पण का भाव व्यक्त किया गया है.

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