नन्हीं उम्र, बड़ी उड़ान! महनूर चीमा ने तोड़ा आइंस्टीन का IQ रिकॉर्ड

Mahnoor Cheema: 18 वर्षीय महनूर चीमा ने 23 A-लेवल और 34 GCSE परीक्षाएं पास कीं. उनका आईक्यू 162 है, जो आइंस्टीन से भी अधिक है. संतुलित जीवन और पढ़ाई में रुचि ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया. अब उनका सपना है न्यूरोसर्जन बनना.

By Pushpanjali | August 25, 2025 12:57 PM

Mahnoor Cheema: इंग्लैंड की 18 वर्षीय छात्रा महनूर चीमा ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिससे दुनियाभर में उनकी चर्चा हो रही है. महनूर का आईक्यू 162 मापा गया है, जो महान वैज्ञानिक आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से भी अधिक है. यही नहीं, अब तक वह 23 A-लेवल और 34 GCSE परीक्षाएं पास कर चुकी हैं.

तेज याददाश्त बनी ताकत

महनूर बताती हैं कि पढ़ाई कभी उनके लिए बोझ नहीं बनी. औसत छात्रों की तुलना में उन्होंने कम समय पढ़ाई में बिताया, लेकिन उनकी तेज याददाश्त और विषयों में रुचि ने उन्हें आगे बढ़ाया. उनका कहना है कि अगर पढ़ाई में मजा न होता, तो शायद वह इतने विषयों में परीक्षा देने का साहस न जुटा पातीं.

उनका सफर कक्षा आठ से शुरू हुआ, जब उन्होंने स्कूल से 50 विषयों में परीक्षा देने की अनुमति मांगी. स्कूल ने केवल 10 विषयों की इजाजत दी, लेकिन महनूर ने तभी ठान लिया कि वह खुद की राह बनाएंगी. धीरे-धीरे यह जुनून बढ़ता गया और उन्होंने एक के बाद एक रिकॉर्ड बना डाले.

माता-पिता ने दिया संबल

महनूर के माता-पिता ने भी हर कदम पर उनका साथ दिया. अक्सर यह धारणा होती है कि ऐसे मामलों में मां-बाप दबाव डालते हैं, लेकिन महनूर कहती हैं कि उनके माता-पिता तो कई बार उन्हें कम विषय लेने की सलाह देते थे. लेकिन उनकी मेहनत और जिद ने हर बार उन्हें प्रेरित किया.

संतुलित जीवन की मिसाल

महनूर सिर्फ पढ़ाई तक सीमित नहीं हैं. वह खेल-कूद, दोस्तों और अतिरिक्त गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं. वह खुद को एक संतुलित जीवन जीने वाला इंसान मानती हैं.

अब उनका सपना है कि वे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई करें और आगे चलकर न्यूरोसर्जन बनें. उन्हें हमेशा से यह जानने की रुचि रही है कि इंसानी दिमाग कैसे काम करता है.

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