नेट स्कोर की मदद से इन 5 सेक्टर में बनाएं करियर, हर महीने होगी लाखों में कमाई

UGC NET Job Options: यूजीसी नेट स्कोर (UGC NET Score) के दम पर आपको कई क्षेत्र में नौकरी के ऑप्शन मिलेंगे. इस परीक्षा को पास करने के बाद आप पीएचडी कर सकते हैं और प्रोफेसर बन सकते हैं. वहीं कई सारी सरकारी और प्राइवेट नौकरी के द्वार भी खुल जाते हैं.

By Shambhavi Shivani | November 4, 2025 10:14 AM

UGC NET Job Options: यूजीसी नेट एक ऐसी परीक्षा है, जिसे पास  करने के बाद आपके लिए कई ऑप्शन के द्वार खुल जाते हैं. इस परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवार को पीएचडी करने का मौका मिलता है. ऐसे युवा जिन्हें उच्च शिक्षा (Higher Education) हासिल करना है, उनके लिए यूजीसी नेट पास करना जरूरी है. 

शानदार स्टाइपेंड के साथ करें करियर की शुरुआत 

वहीं अगर आपने JRF क्लियर किया है तो आपके पास रिसर्च फील्ड में जाने का भी ऑप्शन है. इसी के साथ आप पीएचडी भी कर सकते हैं. पहले दो साल 37,000 रुपये प्रतिमाह और बाद में 42,000 रुपये प्रतिमाह तक स्टाइपेंड मिलता है. 

कॉलेज में प्रोफेसर बन सकते हैं 

यूजीसी नेट परीक्षा पास करने के बाद आपको किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी मिल सकती है. सरकारी कॉलेजों में शुरुआती सैलरी करीब 57,700 रुपये  प्रतिमाह होती है. इसके अलावा कई सारे भत्ते भी मिलते हैं. सैलरी और भत्तों को मिलाकर सैलरी करीब 75,000 रुपये से 1 लाख तक पहुंच जाती है. भारत में शिक्षक वो भी कॉलेज के प्रोफेसर की नौकरी को काफी सम्मान वाला पेशा माना जाता है. 

इन कंपनियों में मिलती है नौकरी

यूजीसी नेट स्कोर के आधार पर युवाओं को ONGC, NTPC, BHEL, IOCL जैसी कंपनियों में भी जॉब का मौका मिलता है. इन नौकरियों में HR, फाइनेंस, मार्केटिंग और रिसर्च डिपार्टमेंट में नौकरी मिल सकती है, जहां सैलरी करीब 50,000 से शुरू ही होती है. वहीं अनुभव और पद के अनुसार, सैलरी 1.5 लाख प्रति महीने हो सकती है. इसके अलावा इन नौकरियों में भी आकर्षक सुविधाएं मिलती हैं. 

रिसर्च में बना सकते हैं करियर 

CSIR, ICAR, ICMR, DRDO जैसे संस्थानों में NET या JRF पास उम्मीदवारों को रिसर्च में काम करने का अवसर मिलता है, जिनकी शुरुआती सैलरी 50,000 रुपये प्रति महीने (Per Month Salary) होती है.   

कॉलेज में प्रबंधन जैसे पोस्ट तक पहुंचने का मौका 

कॉलेज में पढ़ाने से शुरुआत करने के बाद आप धीरे-धीरे प्रमोशन पा सकते हैं. असिस्टेंट प्रोफेसर से शुरू होकर आप एसोसिएट प्रोफेसर, प्रोफेसर, डीन या वाइस-चांसलर तक पहुंच सकते हैं.