BEd, DElEd के बाद खुल रहे हैं शिक्षक बनने के नए रास्ते, देखें सैलरी से लेकर वैकेंसी की डिटेल्स
Teaching Career: अगर आप शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो बीएड और डीएलएड कोर्स सबसे सही विकल्प है. सही कॉलेज, सही तैयारी और TET परीक्षा के साथ आप एक अच्छे और सफल शिक्षक बन सकते हैं. आइए बीएड और डीएलएड के बारे में विस्तार से जानते हैं.
Teaching Career: भारत में टीचिंग करियर (Teaching Career) एक सम्मानजनक, सुरक्षित और समाज को नई दिशा देने वाला करियर माना जाता है. अगर आप पढ़ाने में रुचि रखते हैं और सरकारी या प्राइवेट स्कूल में शिक्षक बनना चाहते हैं, तो बीएड और डीएलएड जैसे कोर्स आपके लिए अहम हैं. इस कोर्स के बाद स्टेट और सेंट्रल गवर्नमेंट के द्वारा निकाली गई भर्ती में आवेदन करने के पात्र हो जाते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि शिक्षक बनने के लिए कौन-कौन से कोर्स होते हैं और नई वैकेंसीज क्या हैं.
बीएड (Bachelor of Education)
बीएड (Bachelor of Education) एक प्रोफेशनल कोर्स है, जो उन स्टूडेंट्स के लिए बनाया गया है जो टीचर बनना चाहते हैं. यह कोर्स स्टूडेंट्स को पढ़ाने की तकनीक, क्लास मैनेजमेंट और शिक्षा से जुड़े नियम सीखाते हैं. बीएड कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में टीचर बनने के योग्य हो जाते हैं. यह कोर्स 2 साल का होता है, जिसे NCTE (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन) द्वारा मान्यता प्राप्त है. यह कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स 6-12 तक के क्लास को पढ़ा सकते हैं.
बीएड कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स को किसी भी सब्जेक्ट्स से ग्रेजुएशन करना होता है. ग्रेजुएशन में न्यूनतम 50% मार्क्स (SC,ST और OBC को छूट) होने चाहिए. कुछ कॉलेजों में इस कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम भी होते हैं. बीएड कोर्स में लर्निंग एंड टीचिंग, टीचिंग प्रैक्टिस(इंटर्नशिप) और असेस्मेंट एंड इवैल्यूएशन जैसे सबजेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं.
बीएड के बाद TGT(ट्रैन्ड ग्रेजुएट टीचर), PGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर), प्राइवेट स्कूल टीचर (PRT) और एजुकेशन कंटेंट डेवलपर जैसे करियर ऑप्शन होते हैं. बीएड कोर्स के बाद सैलरी सरकारी स्कूल में 35,000-60,000 प्रति माह और प्राइवेट स्कूल में 15,000-35,000 प्रति माह होती हैं.
डीएलएड (Diploma in Elementary Education)
डीएलएड (Diploma in Elementary Education) एक डिप्लोमा कोर्स है जो उन स्टूडेंट्स के लिए होता है जो प्राइमरी स्कूल (1-5) क्लास में टीचर बनना चाहते हैं. इस कोर्स में स्टूडेंट्स की शुरुआती शिक्षा, पढ़ाने के तरीके और बाल मनोविज्ञान पर खास ध्यान दिया जाता है. यह 2 साल का डिप्लोमा कोर्स है, जिसे NCTE (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन) द्वारा मान्यता प्राप्त है. इस कोर्स के लिए कुछ कॉलेजों में एंट्रेंस एग्जाम होते हैं या मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन लिया जाता है.
डीएलएड कोर्स में बाल विकास और शिक्षाशास्त्र, स्कूल इंटर्नशिप (टीचिंग प्रैक्टिस) और भाषा शिक्षण (हिन्दी और अंग्रेजी) जैसे मुख्य विषय पढ़ाए जाते हैं. डीएलएड के बाद प्राइमरी टीचर (PRT), प्राइवेट स्कूल में प्राइमरी टीचर और आंगनवाड़ी से जुड़े प्रोजेक्ट में करियर विकल्प होते हैं. डीएलएड के बाद सरकारी प्राइमरी टीचर की सैलेरी 25,000-40,000 प्रति माह और प्राइवेट स्कूल में 10,000-25,000 प्रति माह सैलेरी होती है.
Teaching Career: नई टीचर वैकेंसी (Teaching New Vacancy)
हर साल स्टेट और सेंट्रल गवर्नमेंट के द्वारा नई शिक्षकों की भर्तियां निकाली जाती है, जैसे -प्राइमरी टीचर भर्ती, TGT, PGT भर्ती, KVS, NVS, DSSSB और राज्य विभाग की भर्तियां हैं. इसके अलावा, आर्मी स्कूल और EMRS द्वारा भी शिक्षकों की भर्तियां निकाली जाती हैं.
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