Alakh Pandey Success Story: IIT का सपना टूटा, फिर भी रचा इतिहास…ट्यूशन से शुरुआत और फिर खड़ी कर दी मल्टीनेशनल एजुकेशनल कंपनी
Alakh Pandey Success Story: अलख पांडे की कहानी मेहनत और जुनून की मिसाल है. IIT का सपना टूटने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी. ट्यूशन पढ़ाने से शुरुआत की और अपनी खास पढ़ाने की शैली से लाखों छात्रों का भरोसा जीता. आज वे एक बड़ी एजुकेशनल कंपनी के सफल संस्थापक हैं.
Alakh Pandey Success Story in Hindi: सपना कुछ बड़ा करने का हो तो फिर सही दिशा में प्रयास करना जरूरी है. यह चरितार्थ किया है अलख पांडे के सफर ने. उन्होंने संघर्ष से सफलता तक का एक प्रेरणादायी उदाहरण दिया. अलख पांडे ने कई बार असफलताओं का सामना किया लेकिन कभी हार नहीं मानी. वह स्कूल के दिनों में अच्छे छात्र थे और बोर्ड परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन IIT की परीक्षा में सफल नहीं हो सके. इस असफलता ने उन्हें रोकने के बजाय नई दिशा दी. उन्होंने ऑनलाइन पढ़ाना शुरू किया और एक शैक्षणिक प्लेटफॉर्म की शुरुआत की जो आज हजारों करोड़ की कंपनी बन चुकी है. यहां अलख पांडे की सफलता की कहानी (Alakh Pandey Success Story) बताई जा रही है जो आपको प्रेरित करेगी.
अलख का प्रारंभिक जीवन और करियर (Alakh Pandey Success Story)
अलख पांडे का जन्म 2 अक्टूबर 1991 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने शुरू में हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की लेकिन दूसरे वर्ष के दौरान ही उन्होंने कार्यक्रम छोड़ दिया. अपने परिवार में कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद पांडे ने ट्यूशन पढ़ाकर सफलता की राह बनाई. उन्होंने छठी कक्षा में छात्रों को पढ़ाना शुरू किया.
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2016 में लाॅन्च किया यूट्यूब चैनल (Alakh Pandey Success Story)
2016 में, उन्होंने अपना YouTube चैनल, फिजिक्स वाला (Physics Wallah) लॉन्च किया और 2020 में फिजिक्स वाला ऐप बनाकर अपनी पहुंच का और विस्तार किया. जून 2022 में फिजिक्स वालाह (Physics Wallah) ने वेस्टब्रिज और जीएसवी वेंचर्स के समर्थन से अपनी सीरीज ए फंडिंग राउंड में $101 मिलियन जुटाने के बाद यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया. फरवरी 2024 में पांडे ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और राज्य की शिक्षा प्रणाली को बढ़ाने और कोचिंग सेंटर स्थापित करने के उद्देश्य से पहल पर चर्चा की.
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शुरुआती उम्मीदें और असफलताएं (Alakh Pandey Success Story)
भारत के कई छात्रों की तरह अलख पांडे का सपना भी था कि वे इंजीनियर बनें और आईआईटी में पढ़ें. उन्होंने मेहनत भी की, लेकिन आईआईटी की परीक्षा (JEE) में ज़रूरी अंक नहीं ला सके. इसके बाद उन्होंने हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय (HBTI) में दाखिला लिया लेकिन कुछ समय बाद ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और बीटेक की डिग्री न लेने का फैसला किया. अपनी स्थिति को समझते हुए, उन्होंने टीचर बनने की राह चुनी.
फिजिक्स वाला (Physics Wallah)- बढ़ता असर और सफलता
अलख पांडे ने जब यूट्यूब पर पढ़ाना शुरू किया को शुरुआत बहुत साधारण थी. उन्हें शुरुआती दिनों में सिर्फ 5,000 रुपये ही ट्यूशन से मिलते थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अपने खास तरीके से पढ़ाने और मेहनत के दम पर उन्होंने धीरे-धीरे लाखों छात्रों का भरोसा जीता. यही यूट्यूब चैनल आगे चलकर ‘फिज़िक्स वाला’ नाम से एक बड़ी एजुकेशन कंपनी बन गया, जिसकी आज की कीमत करीब 9,100 करोड़ रुपये है.
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