टाटा पावर का बड़ा कदम, 1,200 करोड़ की नई परियोजना से होगी स्वच्छ बिजली आपूर्ति
Tata Power Project: टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड ने 1,200 करोड़ रुपये की लागत से 80 मेगावाट की एफडीआरई परियोजना शुरू की है. यह परियोजना सौर, पवन और बैटरी भंडारण प्रणालियों को एकीकृत कर मुंबई में भरोसेमंद और स्वच्छ बिजली उपलब्ध कराएगी. सालाना लगभग 31.5 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादन और 2.5 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी होगी. यह परियोजना टाटा पावर के आरपीओ को पूरा करने और आठ लाख ग्राहकों को स्थायी, कम उत्सर्जन वाली बिजली देने में मदद करेगी.
Tata Power Project: टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) ने स्वच्छ और भरोसेमंद बिजली आपूर्ति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. कंपनी ने 1,200 करोड़ रुपये की लागत से 80 मेगावाट की एफडीआरई (फर्म एंड डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी) परियोजना लगाने के लिए टाटा पावर मुंबई डिस्ट्रीब्यूशन के साथ बिजली खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इस परियोजना के जरिए मुंबई में स्वच्छ बिजली की आपूर्ति की जाएगी.
उन्नत तकनीक से ऊर्जा स्थिरता
यह एफडीआरई परियोजना सौर, पवन और बैटरी भंडारण प्रणालियों का एकीकरण करती है. इसका उद्देश्य अधिकतम मांग के दौरान भी भरोसेमंद ऊर्जा आपूर्ति करना है। इससे ग्रिड की स्थिरता बढ़ेगी और उपभोक्ताओं को निरंतर बिजली मिलेगी.
परियोजना निष्पादन और पूंजीगत व्यय
टाटा पावर ने शेयर बाजार को बताया कि इस परियोजना का काम 24 महीने में पूरा किया जाएगा. परियोजना में कुल पूंजीगत व्यय लगभग 1,200 करोड़ रुपये होगा. यह निवेश लंबी अवधि में स्थायी और स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करेगा.
उत्पादन और पर्यावरणीय लाभ
कंपनी के अनुसार, इस परियोजना से सालाना लगभग 31.5 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादन होगा. इससे 2.5 लाख टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी. यह पहल पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा के लक्ष्य को साकार करने में सहायक होगी.
अधिकतम मांग के दौरान बिजली आपूर्ति
परियोजना की एक महत्वपूर्ण विशेषता है कि यह अधिकतम मांग के घंटों में चार घंटे की बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करती है. यह टाटा पावर मुंबई डिस्ट्रीब्यूशन की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी और कम से कम 90 प्रतिशत बिजली उपलब्धता प्रदान करेगी.
आरपीओ और ग्राहक लाभ
यह परियोजना नवीकरणीय ऊर्जा खरीद दायित्व (आरपीओ) पूरा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. एक बार चालू होने के बाद, उत्पन्न स्वच्छ ऊर्जा टाटा पावर के मुंबई वितरण नेटवर्क से जुड़ जाएगी. इससे आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में लगभग आठ लाख ग्राहकों को विश्वसनीय और कम उत्सर्जन वाली बिजली मिलेगी.
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मुंबई में होगी परियोजना की शुरुआत
टाटा पावर की यह 1,200 करोड़ रुपये की एफडीआरई परियोजना न केवल स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन बढ़ाएगी, बल्कि मुंबई में बिजली की विश्वसनीयता और स्थिरता को भी मजबूत करेगी. यह पहल पर्यावरण संरक्षण और शहर के विकास के लिए एक बड़ी दिशा का संकेत है.
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