दो हिस्सों में बंटी Tata Motors, कमर्शियल शेयरों ने दिखाई 27% की रफ्तार
Tata Motors: टाटा मोटर्स के दो हिस्सों की नई शुरुआत ने शेयर बाजार में जबरदस्त हलचल मचा दी है. कंपनी के कमर्शियल व्हीकल बिजनेस के शेयर शानदार प्रीमियम पर लिस्ट हुए थे, जबकि पैसेंजर व्हीकल यूनिट ने स्थिर शुरुआत की थी. डिमर्जर के बाद अब दोनों कंपनियां अपनी-अपनी दिशा में आगे बढ़ने को तैयार हैं. एक ओर है ईवी और पैसेंजर व्हीकल्स का तेजी से बढ़ता भविष्य, तो दूसरी ओर स्थिर कमाई देने वाला कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट है. अब निवेशकों की नजर इस बात पर टिकी है कि क्या यह बड़ा कदम टाटा मोटर्स को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा या यह शुरुआत किसी नई चुनौती की कहानी बनेगी?
Tata Motors: देश की मशहूर ऑटो कंपनी टाटा मोटर्स ने अपने कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल बिजनेस को अलग करने के बाद आज एक नया सफर शुरू किया है. बुधवार को टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल बिजनेस के शेयर एनएसई पर 335 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुए थे. यह कीमत 260.75 रुपये के डिस्कवरी प्राइस से करीब 28.5% ज्यादा है. हालांकि बाद में शेयर थोड़े फिसले और 330 रुपये पर बंद हुए थे, लेकिन फिर भी दिन का अंत 26.56% की बढ़त के साथ हुआ था. कंपनी की मार्केट वैल्यू पहले दिन ही 1,21,516 करोड़ रुपये तक पहुँच गई थी.
क्यों हुआ टाटा मोटर्स का डिमर्जर?
टाटा मोटर्स ने अपने कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल कारोबार को अलग करने का फैसला इसलिए लिया है ताकि दोनों सेक्टर अपने-अपने हिसाब से तेजी से बढ़ सकें. कंपनी ने कहा कि यह कदम बिजनेस फोकस बढ़ाने और भविष्य के अवसरों का बेहतर फायदा उठाने के लिए जरूरी था. अब दोनों बिजनेस यूनिट्स अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों के तौर पर काम करने वाली है.
किसे मिला फायदा?
जिन निवेशकों ने 14 अक्टूबर तक टाटा मोटर्स के शेयर खरीदे थे. उन्हें डिमर्जर के बाद दोनों कंपनियों टाटा मोटर्स (कमर्शियल व्हीकल्स) और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (TMPVL) के शेयर मिले हैं. यह डिमर्जर 1 अक्टूबर से प्रभावी हो चुका है.
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अब आगे क्या उम्मीद है?
डिमर्जर के बाद अब टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के शेयर 402.30 रुपये पर बंद हुए थे, जो अक्टूबर से अब तक 0.5% की मामूली बढ़त दिखा रहे हैं. मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस कदम से कंपनी का ईवी और पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट तेजी से बढ़ेगा, जबकि कमर्शियल व्हीकल बिजनेस स्थिर कमाई बनाए रखने वाला है.
निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है यह कदम?
विशेषज्ञों का कहना है कि अब निवेशक दोनों कंपनियों की अलग-अलग ताकत और प्रदर्शन को देखकर निवेश का निर्णय ले सकते है. इससे टाटा मोटर्स के शेयरधारकों को स्पष्टता और बेहतर वैल्यू मिलने की उम्मीद है.
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